जिला कलक्टर ने एसडीएम, बीडीओ एवं ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को दिए निर्देश
चूरू, जिला कलक्टर संदेश नायक ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी से बचाव के लिए जन-जागरुकता सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण है। इसके लिए सभी अधिकारी राज्य सरकार की ओर से 21 से 30 जून तक संचालित विशेष जागरुकता अभियान में कोरोना से बचाव का संदेश जन-जन तक पहुंचाएं। जिला कलक्टर शनिवार को कलक्ट्रेट सभागार में कोरोना वायरस से बचाव के लिए रविवार से शुरू हो रहे अभियान को लेकर एसडीएम, बीडीओ एवं ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए इस तरह से गतिविधियां आयोजित करें कि अधिक से अधिक लोग जागरुक हों। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जिले में कोेरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम, बचाव एवं सावधानियों के प्रति आमजन को जागरुक करने के लिए 21 जून से 30 जून, 2020 तक ‘‘जागरुकता’’ अभियान
आयोजित किया जायेगा। जिला कलक्टर ने कहा कि अपने-अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं, भामाशाहों को अभियान से जोड़ें और उनका सक्रिय सहयोग लें। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए मुख्यमंत्री द्वारा जारी अपील को अधिक से अधिक प्रकाशित-प्रसारित कराएं। उन्होंने उपखंड अधिकारियों से कहा कि वे नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में इस प्रचार अभियान की समुचित मॉनीटरिंग करें तथा यह
सुनिश्चित करें कि राज्य सरकार की ओर से भेजी गई प्रचार सामग्री प्रत्येक स्तर तक पहुंचे। जागरुकता संदेश के पोस्टर्स, पैंपलेट एवं अन्य प्रचार-प्रसार सामग्री का प्रदर्शन एवं वितरण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने जिले के समस्त स्थानीय निकायों के अधिकारियों से कहा है कि वे शहरी क्षेत्रों में मुख्य सार्वजनिक स्थलों पर कोरोना संक्रमण की रोकथाम, बचाव एवं सावधानियों संबंधी जागरुकता संदेश के होर्डिंग्स एवं पोस्टर्स चस्पा कर आमजन को जागरुक करें। जिला कलक्टर ने कहा कि कोरोना महामारी से जीवन रक्षा के लिए राज्य सरकार द्वारा जारी एडवायजरी की अक्षरशः पालना करते हुए साबुन से बार-बार हाथ धोने, मास्क लगाने, स्वास्थ्य तकलीफ पर अस्पताल जाने, 2 गज की दूरी बनाएं रखने, रोगी व जरूरतमंदों की सहायता करना, होम/ संस्थागत क्वेरेंटाईन होना, भ्रामक संदेशों पर ध्यान नहीं देना, हाथ नही मिलाना, अनावश्यक यात्रा न करना, सार्वजनिक स्थनों पर नहीं थूकना, भीड़ व समारोह से बचना एवं बुजुर्ग, बच्चे, गर्भवती, गंभीर रोगी का घर से नहीं निकलने संबंधी जागरुकता संदेशों का अधिक से अधिक प्रचार करें। जिला कलक्टर ने कहा कि हमारी छोटी सी लापरवाही कोरोना संक्रमण को बढावा दे सकती है। कोरोना से घबराएं नहीं, सभी सावधानियों का पालन कर कोरोना को हराएं। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान सोशल मीडिया के जरिये आमजन में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु अधिकाधिक जागरुकता का संदेश प्रसारित करें। उन्होंने अभियान से जुड़े अधिकारियों से कहा कि वे जागरुकता अभियान के दौरान
भारत व राज्य सरकार द्वारा जारी एडवायजरी की सख्ती से पालना करते हुए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन, काढ़ा वितरण, रंगोली अभियान संबंधी कार्यक्रमों के जरिए आमजन को जागरुक करें। जिला कलक्टर ने उपखण्ड अधिकारियों एवं ब्लॉक सीएमएचओ को निर्देशित किया कि वे अभियान के तहत ब्लॉक स्तर पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सहभागिता दर्ज करते हुए ‘जागरुकता रथ’ रवाना करें तथा लीजा मिशन के तहत घर-घर सर्वे टीम को रवाना एवं स्टीकर्स, पोस्टर्स का विमोचन करवाना सुनिश्चित करें। जिला कलक्टर ने कहा कि जिले में संचालित 10 दिवसीय जागरुकता अभियान के दौरान गांव, ढाणी, वार्ड एवं मोहल्लों तक कोरोना महामारी से बचाव के लिए जनप्रतिनिधियों, स्वयं सेवी संगठनों एवं आमजन के सहयोग से लोगों को जागरुक किया जायेगा। इस अवसर पर सीईओ रामस्वरूप चौहान ने कहा कि सभी गांवों में पोस्टर चस्पा कर उसके फोटो वाट्सएप्प के जरिए भिजवाएं। बैठक में एसीईओ डॉ. नरेन्द्र चौधरी ने सभी विकास अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल सर्वा, एसडीएम अवि गर्ग, एसडीएम गौरव सैनी, एसडीएम इंद्राज सिंह, एसडीएम अर्पिता सोनी, एसडीएम श्योमराम वर्मा, एसडीएम धर्मराज गुर्जर, तहसीलदार सुशील कुमार सैनी, सहायक निदेशक (जनसम्पर्क) कुमार अजय, रविंद्र बुडानिया, विकास अधिकारी,
तहसीलदार, पीएमओ, ब्लॉक सीएमएचओ सहित अभियान से संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।