आभावास का कमलेश और खंडेला के फतेहपुरा भोमियान का राकेश
जाजोद, [अरविन्द कुमार ] देश में कोरोना के कहर से बचाने में चिकित्सक, नर्सिक स्टाफ सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों को बचाने में लगे हुए है।ऐसे में ये अपने परिजनों से भी नहीं मिल पा रहे। भगवान का रूप कहे जाने वाले डॉक्टर इस महामारी से लडऩे पर किसी रणभूमि में सैनिकों की तरह अपना दायित्व निभा रहे हैं। आभावास ग्राम के चिकित्साकर्मी (नर्सिंग ऑफिसर) कमलेश मुण्डोतिया भी न्यू दिल्ली स्थित लोकनायक हॉस्पिटल में दिन रात कोरोना महामारी को लेकर मरीजों की सेवा में लगे हुए हैं।कमलेश मुण्डोतिया ने बताया की लगातार एक माह से अधिक समय से बाहर रहने पर परिजन चिंतित हैं। लेकिन वह भी चिकित्सकीय फर्ज को नमन करते हुए हौसला बढ़ा रहे है। इसी तरह खण्डेला के फतेहपुरा भोमियान गांव का नर्सिंग ऑफिसर राकेश कुमार वर्मा पिछले दो महीनों से आकाश सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल दिल्ली मे कोविड19 -ओपीडी में लगातार सेवा दे रहे हैं।राकेश वर्मा ने बताया की वह आकाश सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल में ड्यूटी निभा रहे हैं, जहाँ पर संदिग्ध मरीजों को लाया जा रहा है। उनकी जाँच की रिपोर्ट आने के बाद दूसरे हॉस्पिटल में रैफर किया जाता है। वो निररन्तर ऐसे मरीजों की देखभाल करने में लगे हुए हैं। इस महामारी से पहले अपने दोस्तों के साथ रहते थे,पर अब अलग से कमरे में रह रहे हैं जिसके काऱण अन्य साथियों को खतरा नही हो।अप्रैल महीने में मेरी शादी होनी तय हुई थी जिसको अब स्थगित कर दिया है। देश के हालात सामान्य होने के बाद ही गाँव जाएंगे।