कलक्टर संदेश नायक ने कहा जब हर आदमी अपनी जिम्मेदारी समझेगा तभी हम जल्दी से जल्दी से महामारी से निजात पा सकेंगे
चूरू, वैश्विक महामारी कोविड-19 से चल रही लड़ाई के लंबा चलने की आशंकाओं के बीच चूरू के जिला कलक्टर संदेश नायक ने जनता के नाम ‘एवरीवन इज वारियर’ मंत्र दिया है। उनका कहना है कि जब हर आदमी इस लड़ाई में योद्धा बनेगा और अपनी जिम्मेदारी समझेगा, तभी हम जल्दी से जल्दी से महामारी से निजात पा सकेंगे। जिला कलक्टर संदेश नायक ने इस सबंध में चूरू की जनता के नाम जारी अपने अपने वीडियो में कहा है वे अपने कार्यस्थल और घर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, हाथ धोने और सेनेटाइज करने जैसे ऎहतियात बरते और समस्त प्रोटोकॉल का पालन करते हुए यह सुनिश्चित करें कि हम कैसे खुद को और दूसरों को इस महामारी से बचा सकते हैं। उन्होंने कहा है कि आदमी जिस काम से जुड़ा है, उसी में देखे कि लोग इन प्रोटोकॉल का पालन करें। उन्होंने चूरू की जनता का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि प्रशासनिक अधिकारियों, चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ, कर्मचारियों, पुलिसकर्मियों, मीडिया, भामाशाहों, सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आमजन का सहयोग भी इस वैश्विक महामारी से निपटने में मिला है और यही कारण है कि स्थिति नियंत्रण में है लेकिन जब इसके उपचार के लिए समुचित दवा नहीं आ जाती है तब तक बचाव ही सर्वोत्तम रणनीति है। उन्होंने कहा कि कोई भी एक कमजोर कड़ी इस वायरस की कम्युनिटी स्प्रीडिंग का कारण बन सकती है। इसलिए हर आदमी वॉरियर की तरह काम करे और अपनी जिम्मेदारी समझे। लोग जिला प्रशासन एवं दूसरे इससे जुड़े लोगों को कोरोना वॉरियर कहकर उत्साह बढाते हैं लेकिन यह लड़ाई ऎसी है जिसमें हर व्यक्ति को वॉरियर बनना पड़ेगा।
इस तरह बन सकते हैं कोरोना वॉरियर – जिला कलक्टर संदेश नायक ने अपनी अपील में कहा कि हर व्यक्ति सबसे पहले अपनी और अपने परिवार की पर्सनल हाईजीन पर ध्यान दे। होम क्वारेंटाइन की भावना को समझें और अनावश्यक भीड़भाड़ में नहीं घूमे। यदि हमें बाहर जाना पड़ रहा है या कोई सामान लेकर आ रहे हैं तो उसमें भी हाईजीन का ध्यान रखें। अपनी लाइफ को और अपनी आवश्यकताओं को इस तरह से सीमित, संतुलित और व्यवस्थित करें कि हमें कम से कम घर से बाहर निकलना पड़े और कम से कम लोगों के संपर्क में आना पड़े। अपनी इम्युनिटी को बेहतर रखें। इसमें आपका खान-पान और आपकी जीवन शैली काफी महत्त्वपूर्ण है। सादा लेकिन पौष्टिक खाएं। आयुर्वेदिक काढा और होम्योपैथी दवा आर्सेनिक अल्बम-30 भी काफी कारगर है। धैर्य और हौसला रखें। सावधान एवं सतर्क रहें। सारे प्रोटोकॉल फॉलो करें। हैंड सेनेटाइजर और मास्क का समुचित उपयोग करें।
रेड जोन से आए व्यक्तियों की दें सूचना – कोई व्यक्ति रेड जोन से या दूसरे प्रदेशों से, दूसरे स्थान से आया है और प्रशासन की नजर से छूट रहा है तो उसके बारे में संबंधित अधिकारियों, कर्मचारियों को या जिला व उपखंड स्तरीय नियंत्रण कक्ष में सूचना दें। क्वारेंटाइन किए जाने के बावजूद कोई व्यक्ति इसका उल्लंघन करता है तो उसकी भी सूचना दें। अधिकारी, कर्मचारी, डॉक्टर और पुलिसकर्मियों जैसे फ्रंटलाइन पर लड़ रहे योद्धाओं का सहयोग करें। यदि आप व्यापारी हैं या कोई भी अनुमत एक्टिविटी चला रहे हैं तो उसमें हाईजीन का प्रोपर ध्यान रखें। यह सुनिश्चित करें कि लोग सोशल डिस्टेंस बनाकर रहें, हैंड सेनेटाइजर का उपयोग करें। आपकी कोई लापरवाही कोरोना वायरस संक्रमण का कारण नहीं बन जाए। आप अपने अनुमत जॉब पर जा रहे हैं तो भी वर्कप्लेस पर यह सब देखें। आप ड्राईवर हैं और कहीं गाड़ी लेकर जा रहे हैं तो रवाना होने से पहले और पहुंचने के बाद और समय-समय पर गाड़ी को और स्वयं को सेनेटाइज करते रहें।
छूट का लाभ लें लेकिन सतर्कता के साथ – जिला कलक्टर ने कहा कि हम इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि कोरोना वायरस चुनौती से हमें काफी लंबे समय तक लड़ना पड़ेगा। इतने लंबे समय तक सारी गतिविधियों को बंद रखा जाना संभव नहीं है तो समय-समय पर कुछ शिथिलताएं भी मिलेंगी लेकिन हमें इन शिथिलताओं का उपयोग करते हुए भी सारे प्रोटोकॉल फॉलो करने हैं। हमें अपने घर, परिवार, समाज और कार्यस्थल पर इस तरह की जीवन शैली विकसित करनी है कि कोरोना वायरस संक्रमण की चुनौती का हम सामना कर सकें और जरूरी कार्य करते हुए भी हम इस वायरस से खुद को बचा सकें। हर व्यक्ति स्वयं को बचा सकेगा तो भी इस महायुद्ध में यह एक बड़ा योगदान होगा। जो व्यक्ति जहां है, जिस स्थिति में है, वहीं से इस बीमारी के फैलने के तरीके और उसकी गंभीरता को समझे, तभी हम इस लड़ाई में जीत पाएंगे और कोरोना वायरस संक्रमण की चैन को तोड़ पाएंगे।