दांतारामगढ़ में अभिभाषक संघ के नेतृत्व में वकीलों ने किया पेन डाउन, शुरू किया धरना
दांतारामगढ़ में चार दिन तक कार्य बहिष्कार
दांतारामगढ़, [प्रदीप सैनी ] खंडेला एसडीएम चैंबर में एडवोकेट हंसराज मावलिया के पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह करने के बाद मौत हो जाने के मामले में अभिभाषक संघ दांतारामगढ़ ने शुक्रवार से सभी न्यायालयों में चार दिन के लिए कार्य स्थगन शुरू कर दिया। एडवोकेट आनंद राड़ ने कहा कि एसडीएम राकेश मीणा, खंडेला थाना प्रभारी घासीराम ने वकील हंसराज मावलिया को आत्मदाह करने के लिए मजबूर कर दिया जो बहुत ही दुखद है। अभिभाषक संघ ने निर्णय लिया है कि चार दिन तक कोई भी अधिवक्ता किसी भी न्यायालय के अंदर नहीं जाएगा। पूर्णतया कार्य बहिष्कार रहेगा। जब तक आरोपियों को गिरप्तार नहीं किया जाता और बर्खास्त नहीं किया जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा। भ्रष्टाचार की फैल रही जड़ों को हम सभी को साथ मिलकर इसके खिलाफ लड़ना होगा। शुक्रवार को एडीजे कोर्ट के सामने अभिभाषक संघ के सदस्य धरने पर बैठे। धरने पर बैठने वालों में अभिभाषक संघ के समस्त अधिवक्ता शामिल थे। अभिभाषक संघ दांतारामगढ़ के अध्यक्ष आनंद राड़ का कहना है कि खंडेला के एडवोकेट हंसराज मावलिया के एसडीएम चैंबर में एसडीएम व थाना प्रभारी द्वारा प्रताड़ित किये जाने के कारण मावलिया का आत्मदाह करना पड़ा। इसके विरोध में अभिभाषक संघ दांतारामगढ़ ने चार दिन का कार्य बहिष्कार रखा हैं। कोई भी वकील न्यायालय के अंदर नहीं जायेगा। इस दौरान काफी संख्या में अधिवक्तागण मौजूद रहे।