प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तक पहुंचाएंगे आवाज
नीमकाथाना, [जगदीश प्रसाद महरानियां ] भारतीय सेना में मीणा रेजिमेंट बनाने राष्ट्रपति व अंगरक्षक भर्ती में समाज के युवाओं को शामिल करने की मांग को बुलंद करने के लिए आदिवासी मीणा सेवा संघ एवं आदिवासी श्री मीन सेना प्रदेश भर में हस्ताक्षर अभियान चलाने जा रही है। संगठनों के प्रमुख सुरेश मीणा किशोरपुरा ने बताया कि आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में उपखंड अधिकारियों को इस संदर्भ में भारत सरकार के रक्षा मंत्री और प्रधानमंत्री के नाम जल्द ही ज्ञापन सौपे जाएंगे। शहर के खेतड़ी मोड़ स्वर्गीय रणजीतमल मास्टर परिसर पर मौजूद समाज के लोगों को अपने उद्बोबधन में किशोरपुरा ने कहा कि इसकी शुरुआत अगले हफ्ते नीमकाथाना से की जाएगी जिसमें नीमकाथाना के मीणा समाज के लोगों को आमंत्रित किया जाएगा। किशोरपुरा ने कहा कि आदि – अनादि काल से स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासियों का जो योगदान रहा है उसको पूरा देश जानता है। स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासी समाज के सैकड़ों लोगो ने शहादत दी हैं उन्होंने 14 फरवरी 2017 को कमांडेंट चेतन चिता का जिक्र करते हुए बताया कि कश्मीर में आतंकवादियों से मीणा जाति के चेतन चीता का शरीर छलनी होने के बावजूद भी उसने दुश्मनों को मौत के घाट उतार दिया। इस बहादुर अफसर की वीरता की चर्चाएं देश और दुनियां में हुई थी। किशोरपुरा ने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा युद्ध हल्दीघाटी का माना जाता हैं जिसमें मुगलो विजय पाने का पूरा श्रेय पुंजा भील जैसे महान आदिवासी सपूतों को जाता है । किशोरपूरा ने कहा हम किसी जाति के खिलाफ नहीं है पर आजादी के बाद देश के सर्वोच्चय महामहिम राष्ट्रपति भवन में ये कैसा भेदभाव हैं, जहां सिर्फ राजपूत, जाट, सिख ,कम्युनिटी के लोगों को ही अंगरक्षक रखा जाता है। उन्होंने कहा कि मीणा जाति के उदमय सहास के कारण यह सही है कि आजादी के कुछ समय बाद मीणा रेजिमेंट बनाई गई थी लेकिन बाद में उसे समाप्त कर दिया गया। इस दौरान कांग्रेस उद्योग प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव सुरज्ञान सिंह मीणा नीमकाथाना, प्रहलाद मीणा कालूसर, बिल्लू गांवली, मातादीन मीणा, श्रवण मीणा नाथावाला शाहपुरा, अशोक मीणा, राम सिंह मीणा, मनोज मीणा सहित कई लोग मौजूद थे ।