लॉक डाउन के कारण इस बार कैरियो के भाव में आई गिरावट
उदयपुरवाटी(कैलाश बबेरवाल) धार्मिक तीर्थ स्थल लोहार्गल धाम में होने वाली कैरियो का अचार वैसे तो शेखावाटी में ही नहीं देश विदेश में भी काफी प्रसिद्ध है लोहार्गल की केरी में आखिर वह स्वाद है जो अन्य कैरीयों में देखने को नहीं मिलता यहां की कैरी जाली वाली कैरी के नाम से काफी प्रसिद्ध है। जिसके कारण ही कैरी का अचार खाने में बड़ा स्वादिष्ट लगता है हमारे उदयपुरवाटी संवाददाता ने लोहार्गल में बागवान से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि यहां की केरिया हमेशा 100 से 120 किलो तक बिकती है लेकिन इस बार लॉकडाउन के कारण भाव में काफी गिरावट आ गई है अब यहां की कैरी 70 से लेकर 80 प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है यहां का अचार खाने में बड़ा ही स्वादिष्ट होता ही है साथ ही कैरी का अचार इस कदर खाने में स्वादिष्ट होता है कि बार-बार मुंह में पानी आ जाता है वैसे तो बाजारों में केरी बिकने के लिए बहुत आती है लेकिन लोहार्गल की केरी का अचार आपको खाना है तो वह पेड़ पर लगी केरिया तुड़वा कर ही डलवाए ताकि केरी का अचार खाएगे तो दोबारा वही जाएंगे l इन दिनों लोग लोहार्गल की कैरी का अचार डालने के लिए वहां के बगीचों में पेड़ों के से कैरी तुड़वा कर ला रहे हैं बगीचों में कैरी लाने वालों की सुबह से शाम तक भीड़ लगी रहती हैl इसलिए लोगों के मुंह से सुना जाता है कि वह क्या स्वाद है लोहार्गल की कैरी के अचार में l लोगों का कहना है कि लोहार्गल की कैरियो का अचार शेखावाटी में ही नहीं अपितु देश विदेश में भी काफी प्रसिद्ध है लोग यहां का अचार देश-विदेश में भी काफी मात्रा में मंगवाते हैं l