झुंझुनूताजा खबर

स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित धर्मपाल गाँधी की पुस्तक क्रांति का आगाज़ का हुआ लोकार्पण

नोएडा/झुंझुनू, वर्तमान अंकुर प्रकाशन द्वारा नोएडा में आयोजित कार्यक्रम में लेखक धर्मपाल गाँधी द्वारा स्वतंत्रता संग्राम पर लिखित पुस्तक ‘क्रांति का आगाज़’ का प्रकाशन और लोकार्पण हुआ। पुस्तक लोकार्पण कार्यक्रम में कई जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों सहित वर्तमान अंकुर प्रकाशन के प्रधान संपादक निर्मेश त्यागी, साहित्य संपादक सुनीता सोनू, कार्यक्रम संयोजक रचना जैन, आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष धर्मपाल गाँधी, सुनिल गाँधी, समाजसेवी इंद्र सिंह शिल्ला, क्रांति का आगाज़ पुस्तक की संपादक अंजू गाँधी, अलका बोयल, उप-सरपंच राकेश मनीठिया, दरिया सिंह डीके सहित कवि और साहित्यकार मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन राजदीप सिंह ने किया। वर्ष 2024 में लेखक धर्मपाल गाँधी की यह तीसरी पुस्तक है। इससे पहले हिन्द की क्रांतिकारी बेटियाँ और आजादी के दीवाने पुस्तक प्रकाशित हो चुकी हैं। तीनों ही पुस्तक भारत के स्वाधीनता आंदोलन और स्वतंत्रता सेनानियों पर लिखी गई हैं। वर्तमान अंकुर प्रकाशन मंडल द्वारा बेहतरीन लेखन और संपादन के लिए लेखक धर्मपाल गाँधी और संपादक अंजू गाँधी को सम्मानित किया गया। समारोह में अलका बोयल ने हरियाणवी गीत पर शानदार नृत्य कर सभी का मन मोह लिया। कार्यक्रम में भावांजलि ग्यारह पुस्तक विमोचन के साथ कवि व कवयित्रियों द्वारा काव्य पाठ किया गया और क्रांति का आगाज़ पुस्तक के अलावा अन्य साहित्यकारों की पुस्तकों का भी विमोचन किया गया। क्रांति का आगाज़ पुस्तक के लेखक धर्मपाल गाँधी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा- क्रांति का आगाज़ पुस्तक में स्वतंत्रता संग्राम के महानायक महात्मा गाँधी के नेतृत्व में भारत की आजादी के लिए किए गए संघर्ष और आन्दोलनों की कहानी है। आजादी के लिए स्थानीय स्तर पर कई नेताओं ने प्रयास किया; लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर महात्मा गाँधी ने ही प्रथम देशव्यापी आंदोलन शुरू किया था, जिसे इतिहास में असहयोग आंदोलन के नाम से जाना जाता है। महात्मा गाँधी ने हिंदुस्तान की आजादी के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, समानता और स्वच्छता का अभियान भी शुरू किया था। महात्मा गाँधी ने मजदूरों व किसानों की स्वतंत्रता और उनके हक व अधिकारों के लिए भी संघर्ष किया। दक्षिण अफ्रीका से लौटने के बाद महात्मा गाँधी ने 1917 में हिंदुस्तान की धरती पर पहला आंदोलन ‘चंपारण सत्याग्रह’ किसानों के हक व अधिकार के लिए किया था। इस आंदोलन के दौरान महात्मा गाँधी ने देश के प्रथम बुनियादी विद्यालय की स्थापना की। पुस्तक में चंपारण सत्याग्रह-1917, अहमदाबाद मिल मजदूर आंदोलन-1918, खेड़ा सत्याग्रह-1918, जलियांवाला बाग हत्याकांड- 1919, असहयोग आंदोलन- 1920-1922, बारदोली सत्याग्रह- 1928, दांडी यात्रा नमक सत्याग्रह- 1930, भारत छोड़ो आंदोलन- 1942 का उल्लेख किया गया है। पुस्तक में स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले क्रांतिवीरों और महिला स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन संघर्ष का भी वर्णन किया गया है। क्रांति का आगाज़ पुस्तक के लोकार्पण पर आदर्श समाज समिति इंडिया परिवार के सदस्यों ने खुशी जाहिर करते हुए साहित्य के क्षेत्र में अनूठी उपलब्धि बताया। पुस्तक में स्वतंत्रता संग्राम की नवीनतम महत्वपूर्ण ज्ञानवर्धक जानकारी पढ़ने को मिलेगी।

Related Articles

Back to top button