सीकर कन्या शक्ति अभ्युदय मिशन के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए
सीकर, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं योजना एवं जिले के नवाचार सीकर कन्या शक्ति अभ्युदय मिशन के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए गठित जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी की अध्यक्षता म बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार म आयोजित हुई।
बैठक म जिला कलेक्टर चतुेर्वेदी ने जिले म बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं योजनान्र्तगत किए गए कार्यों की वित्तीय, भौतिक प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं योजनान्तर्गत जिले में कन्या शक्ति अभ्युदय मिशन जिसकों मुख्य सचिव ने जिला स्तर पर फ्लेगशीप प्रोग्राम के रूप में लागू करने के निर्देश दिये है इसके बारे में विभिन्न विभागों से चर्चा कर निर्देशित किया गया है । उन्होंने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, शिक्षा, राजीविका, महिला एवं बाल विकास विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग मुख्य रूप से है जो मिशन के तहत विभिन्न गतिविधियां करना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि बच्ची को जन्म से लेकर जब तक वो आत्म निर्भर महिला के रूप में पैरो पर नहीं खडी हो जाती है तब तक जितनी भी सरकारी योजनाएं है उनमें गैर सरकारी संगठन के माध्यम से सहायता दी जायेगी। इसी प्रकार महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र तथा सखी वन स्टाॅप सटर के संचालन की समीक्षा के संबंध म निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने बैठक में शिक्षा विभाग को निर्देशित किया कि जिले के सभी विद्यालयों में महिलाओं एवं पुरूषों के लिए शौचालय अलग-अलग हो तथा उनमें साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था हो तथा सभी शौचालय सुचारू रूप से कार्यरत हो। उन्होंने बालिकाओं को खेल के प्रति प्रेरित करने के लिए विद्यालयों में शारीरिक शिक्षक महिला नियुक्त होने के साथ ही राजीविका के माध्यम से स्वयं सहायता समुह को सशक्त करते हुए महिलाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए मुख्यमंत्राी लघु उद्योग योजना में ऋण उपलब्ध करवाकर प्रशिक्षण दिये जाने के निर्देश दिये ताकि उन्हें रोजगार मिले और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके।
उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्यस्थल पर महिलाओं के लैगिंग उत्पीड़न के लिए कार्यस्थल पर समिति का गठन आवश्यक रूप से करें।
उन्होंने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को बालिकाओं में एनिमिया की जांच के लिए विद्यालयों में कैम्प लगाने , कन्या भ्रूण हत्या की रोकथाम के लिए बच्चियों को लावारिश नहीं छोड़कर पालना गृहों में भिजवाने तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग कों बालिकाओं के लिए मुख्यमंत्राी कन्यादान योजना में लाभान्वित करवाने के निर्देश दिये। महिला अधिकारिता विभाग कीे सहायक निदेशक डाॅ0 अनुराधा सक्सेना ने जिले में बेटी बचाओं , बेटी पढ़ाओं योजनान्तर्गत अब तक की कार्यवाही विवरण प्रस्तुत किया।
इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेश कुमार, प्रशिक्षु आईएएस गुंजन सिंह, इन्दिरा शर्मा निदेशक सांख्यकी प्रा. शि., सुमन पारीक उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग, ताराचंद मीणा प्रधानाध्यापक, एलडीएम ताराचंद परिहार, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक ओम प्रकाश राहड़, उपवन सरंक्षक भींमाराम चैधरी, डिप्टी सीएमएचओं डाॅ. सी.पी ओला, राजेन्द्र सिंह संरक्षण अधिकारी, सहायक लेखाधिकारी हमीद अली कुरेशी एवं बी.बी.बी.पी टास्क फोर्स के समस्त सभी सदस्य उपस्थित रहें।