ई-मित्र कियोस्क ने राशन कार्ड बनवाने के मांगे दो हजार रूपए
सूरजगढ़ , [के के गाँधी ] एक तरफ सरकार अधिकारियों को सभी जरूरतमंदों को जन काल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की अपील कर रही है वहीं दुसरी तरफ कुछ भ्रष्ट लोग गरीब व असहाय लोगों को मिलने वाली सहायता में भी अपना फायदा ढुंढ़ कर गरीबों को जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने से वंचित कर रहे है। ऐसा ही मामला सूरजगढ़ उपखंड के बलौदा गांव में देखने को मिला जहां पर एक गाडिय़ा लोहार अपनी मानसिक व शारीरिक रूप से अपंग बेटी की पेंशन करवाने व राशन कार्ड को खाद्य सुरक्षा में जुड़वाने के लिए पिछले दो साल से चक्कर लगा रहा है। पिडि़त परिवार जब अटल सेवा केन्द्र स्थित ई-मित्र कियोस्क मिंटु कुमार के पास पहुंचा तो उसने कहा कि कार्ड को खाद्य सुरक्षा से जुड़वाने में दो हजार रूपए लगेगें। अपंग सपना लोहार की मां संतरा ने किसी के सामने गिड़गिड़ाकर एक हजार रूपए का जुगाड़ करके उसे दिए तो उसने हजार रूपए और देने के बाद कार्ड देने की बात कही। जब यह बात गांव वालों को पता चली तो लोगों ने विरोध करना शुरू किया। ग्रामीणों का कहना है कि गाडिया लोहार पिछले दस साल से गांव में रह रहा है।
- हर फार्म की वसूलता है निर्धारित चार्ज से ज्यादा फीस
ग्रामीणों का आरोप है कि ई-मित्र कियोस्क मिंटु कुमार हर फॉर्म की सरकार द्वारा निर्धारित चार्ज से ज्यादा फीस वसूलता है। पीड़ित नरेश कुमार ने बताया कि मिंटु कुमार 2014-15 से अटल सेवा केन्द्र में ई-मित्र कियोस्क संचालित कर रहा है इसके साथ ही मिंटु बाहर अपना एक निजी ई-मित्र संचालित करता है जहां पर जाने वाले लोगों से मनमानी फीस वसूलता है। नरेश ने बताया कि मैने मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया जिसके पांच सौ रूपए मांगे व तीन सौ रूपए में बना के दिया जिसका निर्धारित चार्ज 70 रूपए है सुरेश सौनी ने उज्जवला गैस योजना का फॉर्म भरवाने के बदले पांच सौ रूपए दिए वहीं दयाल सिंह ने जन आधार कार्ड के सौ रूपए दिए जिनकी कोई फीस नही होती। इसके अलावा भी कई ग्रामीणों ने मनमानी फीस वसूलने की बात कही। ई-मित्र संचालक फ्री योजनाओं के भी पैसे वसुलता है कोई अगर पुछने की हिम्मत करता है तो कहत है कि करवाना है तो करवाओ यहां पर तो इतने पैसे में ही बनेगा अनपढ़ ग्रामीण बेचारा जाए तो कहां जाए ऐसे में उसे मनमानी फीस देकर भी कई बार चक्कर लगाने पड़ते है। थक हारकर ग्रामीणों ने नायब तहसीलदार सतीश रॉव को शिकायत की मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार सतीश रॉव ने मिंटु कुमार को एक जगह ई-मित्र को संचालित करने व निर्धारित चार्ज वसूल करने के लिए निर्देश दिए लेकिन मिंटु कुमार अपनी हरकतों से बाज नही आया। समाधान नही हुआ तो ग्रामीणों ने विकास अधिकारी अरविंद गौड़ को लिखित में शिकायत की। दो दिन पहले ग्रामीण सम्पर्क पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज करवा चुके लेकिन अभी तक कोई भी कार्यवाही नही हुई।