जीणमाता रोड़ पर करणी कोट परिसर में
दांतारामगढ़, [लिखा सिंह सैनी] दांता कस्बे के युवा दुकानदार प्रतिदिन अलसुबह ही जीणमाता रोड़ पर करणी कोट परिसर में मंत्र उच्चारण करते हुए योगा करते है। युवाओं ने बताया की योग एक ऐसी आध्यात्मिक प्रक्रिया है जिसमें शरीर, मन और आत्मा तीनों को एक साथ लाने का काम होता है। योग हमें जीवन जीने की कला सिखाता है । योग साधना करने से मनुष्य का मन मस्तिष्क संतुलित रहता है। सही तरीके से ध्यान लगाने से आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति में भी वृद्धि होती है। कई बार लाख कोशिशों के बाद ध्यान लगाने में दिक्कतें आती है और मन विचारों की दुनिया में भटकने लगता है ऐसे में योगाभ्यास सहायता करता हैं । ॐ मंत्र का जाप उच्चारण करते हुए योग अभ्यास के दौरान मानसिक शान्ति का अनुभव करतें है। इनदिनों एक दर्जन से ज्यादा युवा दुकानदार प्रतिदिन करणी कोट परिसर में योगाभ्यास करने के लिए एकत्रित हो जाते है ओर सभी मिलकर अलग -अलग तरह से मंत्र उच्चारण के साथ व्यायाम व योगाभ्यास करते है, इन दिनों सुनिल शर्मा, वीपिन पंसारी, प्रवीन जैन , लाला अग्रवाल,चीतरेस जैन , जीतू कुमावत,अंकित जैन,गणेश चौधरी, मधुसुदन पाराशर, दिलीप पंसारी,संतोष छीपा सहित काफी संख्या में युवा प्रतिदिन अलसुबह योगाभ्यास करते है ।