झुंझुनू, भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अंबेडकर इस देश के बहुत बड़े राष्ट्रवादी थे बहुत बड़े देशभक्त थे बहुत बड़े समाज सुधारक थे उन्होंने शोषण के खिलाफ आवाज उठाई शिक्षा की अलग जगायी तो साथ ही जहां बात राष्ट्र की अस्मिता की आई तो उसके साथ उन्होंने कभी समझौता नहीं किया।
डॉ अंबेडकर जयंती की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के पद से बोलते हुए पूर्व आईपीएस और वर्तमान में सागर यूनिवर्सिटी मध्य प्रदेश के चांसलर कन्हैया लाल बेरवा ने कही। राष्ट्रवाद और अंबेडकर विषय पर उन्होंने विस्तार से अपने विचार रखते हुए कहा की बाबा साहब महान देशभक्त थे जिन्होंने कभी भी भारत की एकता अखंडता पर समझौता नहीं किया धारा 370 का सबसे पहले विरोध करने वाले डॉक्टर भीमराव अंबेडकर थे तत्कालीन कांग्रेस सरकार के प्रधानमंत्री पंडित नेहरू को आकर करते हुए ने कहा था की जम्मू एंड कश्मीर को विशेष से दर्जा देना राष्ट्र के लिए खतरनाक होगा मगर नेहरू नहीं माने।
अंतत,,तक वही हुआ इस देश ने धारा 370 खत्म करने का निर्णय किया प्रदेश में धारा 370 खत्म हुई मगर यह बात डॉक्टर अंबेडकर ने समय ही कहीं थी इससे सिद्ध होता है वह महान देशभक्त थे और कट्टर राष्ट्रभक्त भी। मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के, क्षेत्रीय सहकार्यवाह गेंदालाल ने कहा की डॉक्टर अंबेडकर, इस देश को हमेशा याद रहेंगे उन्होंने उस समय जो दलित और अछूत समाज के साथ अनयाय हुआ इसका विरोध किया और अस्पृश्यता जैसे विचार के खिलाफ उनका आंदोलन इतिहास मे हमेशा याद रहेगा डॉक्टर अंबेडकर ने कभी भी असमानता को सहन नहीं किया और समाज में सामाजिक समरसता बने इस बात के लिए जीवन पर्यंत संघर्ष करते रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षा विद प्रोफेसर जयलाल सिंह ने की
उन्होंने अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए कहा कि वह डॉक्टर अंबेडकर का संघर्ष ही था जिसके कारण आज दलित समाज कुछ हद तक सोषण से मुक्त हुआ है ,वह डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मेहनत ही थी जिसके कारण हमारे लोगों में शिक्षा के प्रति ललक जगी और हमारा समाज आज शिक्षा के द्वार पर खड़ा है। उन्होंने कहा कि वह डॉक्टर अंबेडकर ही थे जिन्होंने एक श्रेष्ठ संविधान देश को दिया और इस संविधान के कारण ही इस देश का अस्तित्व बना हुआ है यदि आज संविधान नहीं होता तो आज भारत ,, भारत नहीं होता भारत के टुकड़े हो जाते लेकिन दुनिया के श्रेष्ठ कोटेशन को लेकर जो भारत में डॉक्टर अंबेडकर का बनाया हुआ संविधान लागू हुआ और देश ने लागू किया उसके लिए हम सदा डॉक्टर अंबेडकर के आभारी रहेंगे।
सामाजिक समरसता मंच झुंझुनू के तत्वाधान में अमबेडकर भवन में गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें कार्यक्रम का संचालन सामाजिक समरसता मंच के महेश जीनगर ने किया तथा कार्यक्रम में सभी पधारे हुए लोगों का धन्यवाद राजेंद्र गोयन , मेघवाल, इस्लामपुर निवासी ने किया। जगदीश खाजपुरिया, शिवचरण पुरोहित संजय मोरवाल मनीष अग्रवाल ललित जोशी चिरंजी लाल इंद्राज मेघवाल,सांवरमल जोया, सुरेंद्र रसग्गनिया, राजेश बजाड, विनोद गर्वा दिलीप डीगरवाल, सुभाष योगेंद्र सैनी संजय मोरवाल, लक्ष्मीकांत डुलगच, सहित गण मान्य जन उपस्थित थे।