सर्प काटने से हुई मौत
उदयपुरवाटी, निकटवर्ती कोट बांध पर स्थित शिव मंदिर के महंत डॉक्टर जीवन नाथ योगी कि सर्प काटने से निधन हो गया । डॉक्टर योगी को 14 अगस्त प्रातः 4:00 सोते समय सर्प ने काट लिया था । उस दौरान डॉ योगी को सीकर अस्पताल में भर्ती करवाया गया तथा स्थिति गंभीर होने पर सीकर से जयपुर s.m.s. में रेफर कर दिया गया। जयपुर s.m.s. में 14 अगस्त से 23 अगस्त तक उपचार चला लेकिन 23 अगस्त को प्रातः 4:00 बजे उनका निधन हो गया। डॉ योगीनाथ महंत को जयपुर से उदयपुरवाटी के निकट कोट बांध पर स्थित शिव मंदिर पर शव लाया गया। जहां साधु-संतों की मौजूदगी में विधि विधान से समाधि दी गई। डॉक्टर योगी जीवन नाथ महंत की समाधि कोट बांध पर स्थित शिव मंदिर के निकट दी गई। इस दौरान मोहन नाथ मंडावा, चेतन नाथ मुकुंदगढ़, रामनाथ रतनगढ़, रघुनाथ दास त्यागी उदयपुरवाटी, अनिल नाथ,अजय नाथ,रमण नाथ, हेमंत दास चिराना सहित आदि संत महात्मा मौजूद थे। डॉक्टर जीवन नाथ योगी के माता, पिता, भाई ,बहीन परिवार के सदस्य भी सीकर जिले के गुहाला गांव से पहुंचकर शामिल हुए।