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ग्राम पंचायत की उदासीनता के चलते ज्यों की त्यों बनी रहेगी दांता में मानसून में जलभराव की समस्या

एक वर्ष बीत जाने पर मात्र सौ मीटर नाला बनाकर बीच में ही कार्य किया बंद

आने वाले मानसून में जलभराव की समस्या को लेकर दुकानदार जता रहे नाराजगी

दांतारामगढ़, [प्रदीप सैनी ] ग्राम पंचायत दांता में हर साल मानसून के समय आने वाली बरसात के कारण पुलिस चौकी के पास कुचामन बस स्टैंड वह मुख्य सड़क मार्ग पर जलभराव की समस्या से कस्बेवासी लगातार जूझ रहे हैं और इस वर्ष भी मानसून आने में अब कुछ ही दिन शेष हैं और जलभराव की समस्या को लेकर दुकानदार और कस्बेवासी परेशान हो रहे हैं। गत वर्ष मानसून में जलभराव की विकट समस्या आने के बाद एसडीएम राजेश मीणा ने सरपंच एवं ग्रामसेवक को शीघ्र ही पानी की निकासी के लिए नाला निर्माण कार्य करने के निर्देश दिए थे। ग्राम पंचायत दांता द्वारा आनन-फानन में नाला निर्माण शुरू किया गया और मात्र 100 से सवा सौ मीटर का भूमिगत नाला बनवा कर कार्य को बंद कर दिया गया। नाला निर्माण को देखकर हर कोई अचंभित है और एक ही सवाल करता है कि इस नाले में पानी आगे जाकर कहां निकलेगा क्योंकि नाले का आगे वाला मुंह तो बंद कर दिया गया है और आगे नाला निर्माण कार्य नहीं हो रहा हैं। इस समस्या को लेकर जब उपसरपंच कैलाश चंद कुमावत से बातचीत की गई तो उपसरपंच ने कहा कि पानी तो बड़े वाले तालाब में निकलेगा और यह तक कह डाला कि नाले का काम चल रहा है जबकि पिछले कई महीनों से नाले का निर्माण बंद पड़ा हैं। आसपास के दुकानदारों ने बताया कि अगर इस बार जलभराव के कारण दुकानदारों के लाखों रुपए का नुकसान हुआ तो यह दुकानदार बर्दाश्त नहीं करेंगे। हर साल ग्राम पंचायत प्रशासन की उदासीनता के चलते दुकानदारों को लाखों का नुकसान हो जाता है और करीब सप्ताह भर तक मुख्य मार्ग का रास्ता बंद हो जाता है जिसकी वजह से वाहन चालकों एवं पैदल चलने वालों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है यहां तक कि 2 किलोमीटर का चक्कर लगाकर घूम कर दांता में प्रवेश करना पड़ता हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कस्बे की सबसे मुख्य समस्या होने के बावजूद ग्राम पंचायत प्रशासन इस समस्या को गंभीर नहीं समझ रहा है और उदासीन तरीके से कार्य कर रहे हैं।

खुले छोड़ दिए चैंबर

आपको बता दें कि बरसात के जलभराव के पानी की निकासी के लिए कुछ माह पूर्व ग्राम पंचायत दांता द्वारा नाला निर्माण शुरू किया गया था जो मात्र 100 मीटर दूरी का बनाकर ही बीच में बंद कर दिया गया और 100 मीटर की दूरी में 4 चेंबर बनाए गए जिनमें से 3 बड़े चेंबर खुले पड़े हैं जिनमें आए दिन राहगीर एवं मुख्य बाइक सवार और आवारा पशु गिरकर चोटिल हो रहे हैं। स्थानीय निवासियों की शिकायत के बावजूद चेंबरो को बंद नहीं किया जा रहा हैं। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रही हैं।

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