मरीजों को नही मिल पा रही उचित चिकित्सा
सिंघाना [के के गाँधी ] आजकल सिंघाना सीएचसी में एक अनार सौ बीमार वाली कहावत चरितार्थ हो रही है एक तरफ मौसमी बिमारियों से मरीज परेशान है वहीं दुसरी तरफ जब अस्पताल जाते है तो वहां डॉक्टरों का अभाव है जिसके चलते मरीजों को निजी अस्पतालों में जेब कटवानी पड़ रही है। ऐसा ही मामला सिंघाना सीएचसी में चल रहा है जहां की ओपीडी 400 से 500 के बीच चल रही ऐसे हालात में अस्पताल में मौजूद एक महिला चिकित्सक ड्यूटी के अलावा भी मरीजों को देखने के लिए अस्पताल में समय दे रही है। आस पास के करीब 30 से 40 गांवों के मरीज ईलाज के लिए सिंघाना सीएचसी में आते है लेकिन डॉक्टरों की कमी होने से इंतजार करते करते मरीजों को मायुस होकर निजी अस्पतालों की शरण लेनी पड़ती है जहां पर उन्हे हद से ज्यादा भुगतान करना पड़ रहा है।
एक डॉक्टर का हुआ तबादला दो चल रहे है छुट्टी पर
अस्पताल में मौजूद महिला चिकित्सक रामकला यादव ने बताया की सीएचसी में रोजाना 4 सौ से 5 सौ के बीच मरीज आते है लेकिन मै अकेली होने के कारण मरीजों को बिना उपचार के लोटना पड़ रहा है। अस्पताल से एक डॉक्टर का तबादला हो गया जबकि दो डॉक्टर छुट्टी पर चल रहे है जिससे अस्पताल की व्यवस्था डगमगा रही है।
घंटेभर इंतजार करती रही घायल महिला
बुधवार को मारपीट के मामले में घायल महिला मेडिकल के लिए अस्पताल आई लेकिन डॉक्टर नही होने के कारण घंटेभर उसे मेडिकल करवाने के लिए इंतजार करना पड़ा उसके बाद सीएमएचओ को फोन कर मामले से अवगत करवाया तो उन्होनें सांवलोद पीएचसी व डुमौली पीएचसी से डॉक्टरों को बुलाकर एमएलसी करवाई। मामले में पुलिस कर्मचारी ने भी शिकायत करते हुए कहा कि अस्पताल में डॉक्टर नही होने से हमें मेडिकल करवाने के लिए कई चक्कर लगाने पड़ रहे है।