जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग के निर्देशानुसार
चूरू, जिले में मार्च से मई माह के दौरान प्रस्तावित नहरबंदी को लेकर जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग के निर्देशानुसार सोमवार को कलक्ट्रेट में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में नहरबंदी के दौरान आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश प्रदान किए गए। बैठक को संबोधित करते हुए अतिरिक्त जिला कलेक्टर लोकेश कुमार गौतम ने कहा कि नहरबंदी के दौरान जिले की पेयजल आपूर्ति व्यवस्था अधिक प्रभावित नहीं हो, इसके लिए जरूरी है कि जलदाय विभाग और जल संसाधन विभाग समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें और आमजन भी इसे लेकर जागरूक रहें। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि संबंधित अधिकारियों से समन्वय करते हुए आवश्यक स्टोरेज सुनिश्चित करवाएं और नहरबंदी शुरू होने से पहले सभी जल भंडारण, तालाबों, डिग्गियों, जोहड़ आदि सार्वजनिक जल स्रोतों के अलावा निजी डिग्गी, जोहड़ एवं निजी भंडारण स्रोतों का भी पूरी तरह से भरण सुनिश्चित करवाएं। नहरों में जल प्रवाह एवं पोडिंग की चोरी रोकने के लिए प्रशासन एवं पुलिस के स्तर पर समुचित मॉनिटरिंग एवं पेट्रोलिंग करवाएं। यह भी जरूरी है कि जब नहरों में केवल पेयजल के लिए जल प्रवाह हो, उस दौरान उस पानी का अन्यत्र उपयोग नहीं हो। नहर बंदी का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि लोग इसे लेकर अपनी व्यवस्थाएं दुरुस्त रख सकें। एडीएम ने कहा कि नहरबंदी के दौरान आपातकालीन स्थिति के मध्येनजर आवश्यक कंटीजेंसी प्लान भी तैयार किया जाना चाहिए।
प्रोजेक्ट एसई राममूर्ति ने बताया कि भाखड़ा-ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड की बैठक में नहरबंदी के संबंध में अंतिम निर्णय किया जाएगा। जिले के जो गांव भूजल स्रोतों पर आधारित हैं, उन पर नहरबंदी का असर नहीं पड़ेगा। नहरबंदी के दौरान पेयजल व्यवस्थाओं को सुचारू रखने के लिए टैंकर से भी पेयजल परिवहन किया जाएगा। उन्होंने आमजन से अपील की है कि नहरबंदी से पूर्व अपने घरेलू भंडारण को पूरा भर लें एवं पेयजल का दुरुपयोग नहीं करें। बैठक में जलदाय विभाग के एक्सईन बीएल लकेसरा, एएसपी (स्पेशल सेल, वूमेन इन्वेस्टिगेशन) देवानंद, डिस्कॉम एसई एमएम सिंघवी, सानिवि एक्सईन बीएल सोनी, रामचंद्र आदि मौजूद रहे।