जिला निष्पादक समिति की बैठक में जिले के विद्यालयों की स्थिति पर विचार-विमर्श कर दिए निर्देश
चूरू, पट्टे से वंचित चूरू जिले के सभी राजकीय विद्यालयों का पट्टा बनवया जाएगा। जिले में वर्तमान में 707 विद्यालय पट्टा विहीन हैं, जिनका पट्टा बनवाए जाने के लिए जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने मंगलवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने जिला परिषद सीईओ रामनिवास जाट एवं सीडीईओ संतोष महर्षि से कहा कि वे संबंधित अधिकारियों से बात कर इन सभी पट्टा विहीन विद्यालयों का पट्टा बनवाए जाने संबंधी कार्यवाही सुनिश्चित करें। जिला कलक्टर ने इस दौरान सुजानगढ़ के शारदे छात्रावास का निर्माण कार्य 31 मई तक पूरा करने के निर्देश दिए और कहा कि निर्माण कार्यों में समयबद्धता का ध्यान रखा जाना बेहद जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी बच्चों के आधार एवं जनआधार नंबर शाला दर्पण पोर्टल पर लिंकेज करें। जिला कलक्टर ने डिस्कॉम एसई एमएम सिंघवी से कहा कि जिन विद्यालयों के ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजर रही है, उन्हें शिफ्ट करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करें। जिला कलक्टर ने कहा कि कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में सीट के अनुसार प्रवेश सुनिश्चित करें, कोई सीट खाली नहीं रहनी चाहिए। इसके लिए प्रवेश प्रक्रिया और देय सुविधाओं के बारे में समुचित प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए।
पोषाहार वितरण की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर ने राजगढ़ एवं तारानगर में वितरण व्यवस्था सुचारू करने के लिए जिला रसद अधिकारी सुरेंद्र महला को निर्देश दिए और कहा कि बच्चों को समुचित गुणवत्तायुक्त पोषाहार निर्धारित मात्रा में मिलना चाहिए। जिला कलक्टर ने इस दौरान नकारा एवं अनुपयोगी सामग्री का निस्तारण करने, खेल मैदान विकास कार्य करवाने, स्कूलों में इंटरनेट कनेक्टिविटी, सिविल शाखा के निर्माण, सघन निरीक्षण, शाला संबलन अभियान, निःशुल्क पाठ्य पुस्तक वितरण, महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय (अंग्रेजी माध्यम), नियमित शिक्षण गतिविधियां, निष्ठा प्रशिक्षण, उजियारी पंचायत सहित विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा करते हुए निर्देश प्रदान किए। समिति सदस्य धर्मेंद्र बुडानिया ने शैक्षणिक स्तर को बेहतर बनाने एवं पोषाहार की गुणवत्ता को लेकर विभिन्न सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा से जुड़े सभी अधिकारियों को विद्यालयवार कार्ययोजना के साथ काम करते हुए जिले के विद्यालयों की संसाधनगत स्थिति और शैक्षणिक स्तर को बेहतर बनाने की दिशा में सार्थक प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों को वो शिक्षा मिलनी चाहिए जो उन्हें बेहतर एवं मजबूत नागरिक बनाए तथा उन्हें रोजगार भी मुहैया कराए। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी संतोष महर्षि ने विभिन्न बिंदुओं में अर्जित प्रगति से अवगत करवाया और बताया कि जिले के 35 हजार बच्चों की आईडी बनाई गई है। इससे बच्चे ग्रीष्मावकाश के दौरान भी पढाई लिखाई से जुड़े रह सकेंगे। इस दौरान डीईओ माध्यमिक निसार अहमद खान सहित सभी सीबीईओ एवं अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।