पूरे भारत से केवल दो लोगों का चयन
फतेहपुर, फतेहपुर कस्बे के निकटवर्ती ग्राम उदनसर के डॉक्टर सुनील कुमार पुत्र फूलचंद कुलहरि का नासा में अंतरिक्ष वैज्ञानिक के पद पर चयन हुआ है। डॉ सुनील कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि एमएससी करने के बाद मैंने आईआईटी गांधीनगर गुजरात से डॉक्टोरल शोध प्रोफेसर दुग्गीराला पलमराजू के मार्गदर्शन में अहमदाबाद में भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला PRL जो भारत सरकार के अंतरिक्ष विभाग के अंतर्गत आता है वहा की, डॉ सुनील ने बताया कि अंतरिक्ष जलवायु परिवर्तनों के सामाजिक परिणाम हमारे इस क्षेत्र पर तकनीकी निर्भरता से उत्पन्न होते हैं जहां उपग्रह परिक्रमा करते हैं और रेडियो सिग्नल प्रवाहित होते हैं मूल रूप से अंतरिक्ष में होने वाले परिवर्तनों का सीधा प्रभाव, ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम, जीपीएस संचार नेटवर्क, अंतरिक्ष मलबे और उपग्रह के संचालक पर पड़ता है इसलिए अंतरिक्ष जलवायु का अध्ययन आवश्यक है ताकि उपरोक्त प्रोधोकियो की संभावित प्रभावो की भविष्यवाणी और रोकथाम की जा सके जिस पर हमारा जीवन और समाज निर्भर है।
दसवीं तक गांव की सरकारी विद्यालय में पढ़े सुनील –
डॉ सुनील ने अपनी शिक्षा पहली क्लास से लेकर दसवीं क्लास तक गांव के सरकारी विद्यालय में की जिसके बाद 11वीं और 12वीं फतेहपुर में तथा एमएससी की पढ़ाई शेखावाटी कॉलेज सीकर में पूरी की।
दुनिया के पांच भारत के दो लोगों का चयन –
नासा की जैक एड पोस्ट डॉक्ट्रेल फेलोस के लिए पूरी दुनिया भर से पांच लोगों का चयन हुआ जिसमें भारत के केवल दो युवाओं का चयन हुआ जिसमें से सुनील भी एक है।
अगस्त में जाएंगे यूएसए –
सुनील ने बताया कि चयन होने के बाद नासा की वीजा से संबंधित करवाई प्रक्रियाअधीन है 12 अगस्त को मुझे जॉइनिंग करनी है जिसके लिए मैं अगस्त में यूएसए पहुंचूंगा।