अपराधताजा खबरसीकर

नगरपालिका अधिकारियों और कर्मचारियों पर गाय को जिंदा जलाने का आरोप

रेलवे स्टेशन के पास टैक्सी स्टैंड बड़ के नीचे

नीमकाथाना, नगरपालिका क्षेत्र में रेलवे स्टेशन के पास टैक्सी स्टैंड बड़ के नीचे गंदे कूड़े के ढेर में नगरपालिका अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही के चलते एक गाय को जिंदा जला दिया गया। मौके पर उपस्थित लोगों ने कूड़े के ढेर में जलती हुई गाय को देख इक_े हो गए और विरोध जताने लगे, इसे लेकर क्षेत्र के लोगों में भारी आक्रोश फैल गया। हिंदू धर्म में पूजनीय गाय माता को जलता देख कर लोगों की धार्मिक भावनायें आहत हुई। गाय को जिंदा जलाने के विरोध में स्थानीय पालिका प्रशासन के खिलाफ लोगों ने जमकर नारेबाजी करने लगे तथा दोषी नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी, जमादार के विरुद्ध अपराधिक मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग करने लगे। आक्रोशित लोगों ने नगर पालिका अधिशासी अधिकारी को तुरंत निलंबित करने की मांग की। इस पर नीमकाथाना थाना प्रभारी कोतवाली थाना मौके पर मय जाब्ते पहुंचे। लोगों ने थाना प्रभारी को लिखित में सांवल राम यादव ने एफ आईआर के लिए प्रार्थना पत्र देते हुए नगरपालिका अधिशासी अधिकारी, जमादार तथा अन्य जिम्मेदार लोगों को दोषी मानते हुए उनके विरुद्ध धारा 329 पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करने के लिए लिखा । थाना प्रभारी ने लोगों के आक्रोश को देखते हुए तुरंत मुकदमा दर्ज किया तथा थानाधिकारी ने जिला कलेक्टर, उपखंड अधिकारी, तहसीलदार सभी को इस आपराधिक कृत्य की सूचना दी। मौके पर तहसीलदार बृजेश गुप्ता ने आकर के दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने का आश्वासन दिया तथा पशु चिकित्सक को बुलाकर जली हुई गाय का पोस्टमार्टम करवाया तथा दोषियों के विरुद्ध शीघ्र कार्रवाई करने का आश्वासन देते हुए जली हुई गो माता का सम्मान के साथ अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। नगर पालिका द्वारा क्षेत्र के लोगों और देश के लोगों की आस्था का प्रतीक, पूजनीय, गाय माता को इस तरह से अपमानजनक तरीके से कूड़े करकट में डालकर जलाने से भारी आक्रोश है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि नगरपालिका अधिशासी अधिकारी सलीम खान ने दुर्भावना रखते हुए इस प्रकार का घिनोना कृत्य किया है। पहले भी कई लोगों का कहना है कि इस प्रकार से कूड़े के ढेर में मृत गोवंश को देखा गया है और शिकायत भी की गई लेकिन नगरपालिका अधिशासी अधिकारी सलीम खान ने किसी प्रकार का ध्यान नहीं दिया। स्थानीय लोगों ने नगरपालिका अधिशासी अधिकारी खान पर आरोप लगाया कि गौमाता को जानबूझकर ऐसा अपमानित करने के लिए लोगो की आस्था को आहत करने के लिये ऐसा घिनोना कार्य किया है।

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