सीकर, जिले में ग्राम कोटडा तहसील नीमकाथाना के एक पशुपालक के 6 अश्वों में एनआरसीई हिसार प्रयोगशाला की जांच में ग्लेंडर्स रोग की पुष्टि हुई है जिनमें से 2 अश्वों की मृत्यु हो गई। घोड़ों के सिरम सैंपल 14 जुलाई को हिसार जांच के लिए भिजवाई गए थे । ग्लेंडर्स रोग की रोकथाम एवं प्रभावी नियंत्रण के लिए निदेशालय द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुरूप रोगी घोड़ों को यूथेनाइज करने की कार्यवाही की गई एवं अश्वशाला को विसंक्रमित किया गया। ग्लेंडर्स रोग घोड़ों में होने वाला जीवाणु जनित रोग है जो घोड़ों के आपस में संपर्क में आने से फैलता है। रोगी घोड़ो में बुखार सांस लेने में तकलीफ नाक से पीला बदबूदार द्रव्य आना त्वचा पर गठाने आदि मुख्य लक्षण होते हैं । इस रोग का जूनोटिक महत्व भी है एवं रोगी घोड़ों के अत्यधिक संपर्क में रहने वाले मनुष्य में भी इस रोग का फैलाव हो सकता है इसलिए घोड़ों की देखरेख करने वाले पशु पालकों एवं उनकी चिकित्सा करने वाले चिकित्सा कर्मियों को विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है।
पशु पालकों को यह सलाह दी जाती है कि वह प्रभावित क्षेत्र से घोड़ों का आवागमन तुरंत बंद कर दें एवं प्रभावित क्षेत्र में किसी भी तरह की घोड़ों की खरीद-फरोख्त ना करें ताकि रोग का फैलाव ना हो सके। किसी भी अश्व में रोग से मिलते जुलते लक्षण पाए जाने पर तुरंत नजदीकी पशु चिकित्सा केंद्र पर संपर्क करें ताकि समय पर उनकी जांच करवाई जा सके।