अलविदा नागौर…..अब डीडवाना हुआ नया जिला
दांतारामगढ़, [लिखा सिंह सैनी ] डीडवाना कुचामन जिले में 6 उपखंड और 8 तहसील होंगी। डीडवाना, लाडनूं, परबतसर, मकराना, नागौर और कुचामन सिटी उपखंड और डीडवाना, मौलासर, छोटी खाटू, लाडनूं, परबतसर, मकराना, नावां और कुचामन सिटी तहसील शामिल होंगी। एडवोकेट रमेश पारीक निवासी घाटवा बताते हैं कि सोमवार से हम नागौर जिले के बासिंदे नही होकर डीडवाना जिले के निवासी हो जायेंगे ।
अब,जो इतने दिन गर्व से कहते थे की हम आर जे 21 हैं अब आर जे 37 हो गए।नागौर दूर जरूर था पर स्वाभिमान था हमारा….”नारिया नागौरी रूड़ा, जाखी जैसलमेरियां”नागौरी बैलों की पूरी दुनिया में अलग ही पहचान थी, नर नागौरी भी अलग ही पहचान लिए होते ह,स्वाभिमान के पर्याय अमर सिंह राठौड़ की धरती,भक्ति की पर्याय मीरा बाई, गौ रक्षार्थ सर्वस्व बलिदान करने वाले तेजाजी महाराज,जीव दया एवम पर्यावरण रक्षा का संदेश देने वाले गुरु श्रेष्ठ जांभोजी बिश्नोई,संत पीपाजी की धरती से हम अलग होकर आभा नगरी में शामिल हो चुके ह,नागौर से हम दूरी पर थे,हमारी कई पीढ़ियों ने नागौर देखा तक नहीं,सरकारी सेवा के लोगो को घाटवा,मिंडा सजा के रूप में नियुक्ति दी जाती थी,नागौर का काला पानी क्षेत्र था एरिया….नागौर जिला मुख्यालय पर काम होने पर पहले तो एक दिन रुकना पड़ता था,बलदेव राम मिर्धा धर्मशाला एवम रेलवे स्टेशन के पास रामदेव पित्ती धर्मशाला में ठहराने की उत्तम व्यवस्था थी,अब तो आवागमन के साधन हो जाने के कारण रात्रि में रुकना नही पड़ता,विशेष बात यह भी थी की नागौर जिला मुख्यालय पर जिला एवम सैशन न्यायालय भी नही था,यह न्यायालय मेड़ता सिटी में होने के कारण कई प्रकरणों में हमे मेड़ता पेशी पर जाना पड़ता था,अब मेड़ता भी नही जाना पड़ेगा।
नावां तहसील के दूर दराज के गांव वालो के लिए तो डीडवाना भी नागौर के समान ही है,माथासूखा, घरवाणी,पिपराली, सिरसी,मुंडगसोई, बरजन, खाखड़दी के लिय तो डीडवाना भी दूर ही है।कुचामन जिला बन जाता तो सभी के सुगमता रहती,साथ ही सभी चिर परिचित होते,डीडवाना हम सभी के लिए नया क्षेत्र होगा।कहते ह की राज और राम के लिए सब कुछ संभव ह,राज ने दूदू को जिले का ताज दे दिया,जो आज भी ग्राम पंचायत मुख्यालय ह,तीन तहसील कुल,वहां जिला परिषद में कितने सदस्य बैठेंगे,….राज ने ताज दे दिया,अपने दोगाचिति छोड़ दी,डीडवाना में आज जिला कलेक्टर कार्य आरंभ कर देंगे,आज बड़े समारोह में जिले का शुभारंभ हो रहा ह,डीडवाना के पीछे कुचामन का नाम जरूर लिखा मिलेगा,पर नाम का फायदा कुछ नही होगा,बोर्ड छपवाने,नाम लिखवाने पर ज्यादा स्थान घेरेगा,पेंटर भी ज्यादा पैसे लेगा।
नागौर से हम जुड़े भी रहेंगे,हमारा लोक सभा क्षेत्र नागौर ही रहेगा।
भी को नए जिले में शामिल होने की हार्दिक शुभकामनाएं,…नए जिले के नए अनुभव होंगे,नए रिश्ते बनेंगे।