पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी ने जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
हाल ही में जिले के उदयपुरवाटी तहसील के गुड़ा गांव में वन विभाग द्वारा अतिक्रमण के संबंध में की गई कार्रवाई में बाबूलाल सैनी द्वारा आत्महत्या का प्रयास करने के मामले को लेकर पूर्व विधायक उदयपुरवाटी शुभकरण चौधरी के नेतृत्व में आज जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में बताया गया कि वन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों पर स्थानीय विधायक ने दबाव डालकर बाबूलाल सैनी को आत्मदाह करने पर मजबूर किया। ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई है कि गुड़ा गांव में विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा एवं उसके भाइयों द्वारा भूमि पर अवैध कब्जा कर रखा हैं। सरकार की योजना बनाई जाती है उसकी सेटलमेंट विभाग व वन विभाग एवं राजस्व विभाग की उच्च स्तरीय संयुक्त कमेटी बनाकर सीमा ज्ञान करवा कर अवैध कब्जा हटाया जाए। बाबूलाल सैनी का सरकारी खर्चे के इलाज करवाया जाए एवं उसके परिवार को तीस लाख की सरकारी आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। उसके आश्रित को सरकारी नौकरी तत्काल प्रभाव से दी जाए। इसके अलावा पहाड़ी क्षेत्र में गरीब भूमिहीन परिवारों को आवासीय पट्टा प्रदान किया जाए। इन मांगों के साथ वन विभाग एवं विधायक के खिलाफ आईपीसी की धारा 306, 120 बी के तहत कार्रवाई करने की मांग भी की गई है। वही इन मांगों को नहीं मानने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी गई है। वही कलेक्ट्रेट पर हुआ हुई सभा में पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी ने उदयपुरवाटी के विधायक राजेंद्र गुढ़ा को इसके घटना के लिए जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि विधायक राजेंद्र गुढ़ा के दबाब में वन विभाग ने यह करवाई की है। जिसके चलते बाबूलाल सैनी आज जयपुर अस्पताल में मरणासन्न स्थिति में पड़ा हुआ है।