झुंझुनूताजा खबर

हर दिन गुलजार रहने वाले बाजार नजर आए सुनसान

लॉकडाउन व एक किलोमीटर की परिधि में कर्फ्यू के चलते

झुंझुनू, लॉकडाउन व एक किलोमीटर की परिधि में कर्फ्यू के चलते झुंझुनू जिले में सुबह से ही लोग घरों से नहीं निकले। अति आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी जगह ताले लटके रहे। हर दिन गुलजार रहने वाले बाजार सुनसान नजर आए। यह नजारा देखने को मिला रविवार को जनता कर्फ्यू के दौरान। बिना किसी संगठन या सियासी दल की अपील के समूचा जिला लॉकडाउन रहा। ना ही पुलिस और प्रशासन की कोई जोर अजमाइश नजर आई।शहर के बाजारों और सड़कों पर सुबह से सन्नाटा पसरा रहा। हमेशा चहल-पहल से आबाद रहने वाले रोडवेज बस स्टैंड,रेलवे स्टेशन,राजकीय भगवान दास खेतान अस्पताल,शहीद कर्नल जेपी जानू विद्यालय एरिया में कर्फ्यू के चलते वीरानी छाई रही। वहीं ऑटो रिक्शा,लोक परिवहन बसों सहित किसी भी वाहन के चक्के नहीं घूमने से सड़कें सूनी नजर आई। सुबह से सायंकाल तक बच्चे,युवा व बुजुर्ग अपने-अपने अंदाज में समय व्यतीत करते नजर आये। छोटे बच्चों को दादा-दादी का भरपूर समय मिला खेलने खिलाने के लिए जनता कर्फ्यू के कारण। वहीं युवा बहन भाइयों ने घर पर ही किसी ने कैरमबोर्ड की गिट्टीयों पर निशाना साधा तो किसी ने रंग व ब्रश से चित्रकारी में सधे हुए हाथों से विभिन्न चित्र उकेरे। युवाओं ने अपने पड़ोसी साथियों के संग गली क्रिकेट का भरपूर लुत्फ उठाया तो किसी ने संगियों के साथ शतरंज की चालों में चला शह-मात का खेल।लेकिन हर किसी ने जनता कर्फ्यू का अपने-अपने अंदाज में लिया आंनद। जिला मुख्यालय के निकटवर्ती ग्रामवासियों ने अपने पुराने साथीयों संग मेलजोल को प्राथमिकता दी वहीं कुछेक बुजुर्गों ने ताशपत्ती खेलकर मनोरंजन किया।जनता कर्फ्यू के दौरान गृहणियों को जरूर अन्य दिनों के बनिस्पत कुछ ज्यादा कार्य करना पड़ा।क्योंकि जनता कर्फ्यू व लॉकडाउन के चलते बच्चों के साथ-साथ सभी का एक साथ घर में रहना।जिससे महिलाओं पर घरेलू कामकाज का भार बढ़ना स्वाभाविक रूप से जायज हो जाता है।शहर के अनेक घरों में बालाजी का पाठकर देश में अमन चैन के साथ कोरोना वायरस से प्राणी जगत की रक्षा की मन्नतें मांगी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर जनता कर्फ्यू के तहत सांयकाल 5 बजते ही महिलाओं ने थाली बजा कर ध्वनियों से गुंजायमान किया वहीं युवाओं ने शंख बजाकर कोरोना वायरस के विरुद्ध जयघोष कर वैश्विक महामारी का मुकाबला करने का दंभ भरा।

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