वित्त नियंत्रक पवन कस्वां, संयुक्त विधि परामर्शी पवन तंवर, एडिशनल सीएमएचओ डॉ अहसान गौरी ने घांघू गांव में किया फैशन हब एवं युविका ब्यूटी पॉर्लर का शुभारंभ
चूरू, स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर के वित्त नियंत्रक सीएओ पवन कुमार कस्वां ने कहा है कि बढ़ती आबादी के बीच बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है लेकिन जिन युवाओं ने स्वरोजगार का महत्त्व समझ लिया, उनके लिए भविष्य की उज्जवल संभावनाएं हैं। पवन कस्वां रविवार को गांव घांघू में मुख्य बाजार के पास फैशन हब एवं युविका ब्यूटी पॉर्लर के उद्घाटन अवसर पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि युवा यदि बदलते हुए समय को समझें और लोगों की मांग के अनुरूप मेहनत से कार्य करें तो उन्हें सफल होने से कोई रोक नहीं सकता है।
आरयूआईडीपी, जयपुर के संयुक्त विधि परामर्शी पवन कुमार तंवर ने कहा कि बदलते समय में लोगों की बदलती जिंदगी के बीच बाजार में भी बदलाव आ रहा है या यूं भी कह सकते हैं कि बाजार लोगों की जिंदगी को बदल रहा है। दोनों ही बातों में यह जरूरी है कि स्वरोजगार करने वाले युवा बाजार तथा जन-व्यवहार को समझें और बदलते वक्त के अनुरूप खुद को तैयार करें। अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अहसान गौरी ने कहा कि वर्तमान प्रतिस्पर्धा के समय में वही व्यापारी बाजार में टिक सकेगा, जिसकी सेवाओं में गुणवत्ता होगी और जो व्यवहार कुशल होगा। ऎसे में प्रतिष्ठान संचालक को यह सुनिश्चित करना होगा कि उसकी सेवाओं में गुणवत्ता रहे।
विशिष्ट अतिथि विमला देवी दर्जी, पूर्व सरपंच नाथी देवी, मंत्रालयिक कर्मचारी संघ के पूर्व जिलाध्यक्ष नरेंद्र राठौड़, ले. युनुस खान, शफी मोहम्मद गांधी, गोइन्का प्रधानाचार्य कासम अली, उप सरपंच पूर्ण सिंह शेखावत, सहायक विधि परामर्शी धर्मपाल शर्मा, एथलीट हरफूल सिंह रेवाड़, सहायक जनसंपर्क अधिकारी मनीष कुमार, प्रधानाचार्य प्रताप सिंह कुमावत, एडवोकेट इकबाल खान, सत्यप्रकाश मीणा ने भी विचार व्यक्त करते हुए प्रतिष्ठान संचालक को बधाई और शुभकामनाएं, दीं। ग्राम सेवा सहकारी समिति के पूर्व अध्यक्ष परमेश्वर लाल दर्जी, मुरारीलाल दर्जी, सविता देवी, नवरत्न लाल, संजय कुमार, कुमार अजय, सविता देवी, रीना, शालू, पूजा, मुस्कान आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। प्रोपराइटर दिनेश कुमार ने गुणवत्तापूर्ण सेवाओं के लिए आश्वस्त किया और सभी का आभार जताया।
इस मौके पर जगदीश दर्जी, वार्ड पंच सुरेंद्र पूनिया, बजरंग कपूरिया, राजेश जांगिड़, सुखलाल सिहाग, अशोक मेघवाल, राजेंद्र मेघवाल, बरकत खान, दिनेश सेवदा, प्रकाश चंद्र सेवदा, रामलाल फगेड़िया, पवन माली, आमीन मणियार, नजीर खान, बीरबल नोखवाल, केशर देव गुरी, प्यारेलाल गुरी, विजेंद्र सिहाग, महादेव जांगिड़, सत्तार खान, बन्ने खान, बल्लू खान, आजम खान, उमर खान, दुलाराम ढाका, युसुफ खां, मुस्ताक कुरैशी, जमील कुरैशी, तौफीक कुरैशी, खुशी मोहम्मद, आमीन कुरैशी, असलम कुरैशी, सलीम खां अखाण, सफी खां अखाण, चंदन मल मेघवाल, पतराम मेघवाल, विद्याधर राहड़, ताराचंद प्रजापत, करणीराम नैण, जेपी बाबल, कमलेश बाबल, विजेंद्र सिहाग, नानूराम सिहाग, वासुदेव सिहाग, मुकेश बाटू, ओंकार सिहाग, राधेश्याम दर्जी, श्यामसुंदर बाटू, गुमानाराम मांझू, गुलाम हुसैन मणियार, मुरारीलाल दर्जी, पवन सेवदा, भागाराम दर्जी, विनोद दर्जी, पितराम ढाका, सुभाष दर्जी, सोहन लाल दर्जी, मनीष दर्जी, पवन दर्जी, बाबूलाल, सुरेश टाइगर, अखिलेश बाटू, देवकरण जांगिड़, विजय कपूरिया, अजय जांगिड़, राहुल दर्जी, जयप्रकाश प्रजापत, महेंद्र जांगिड़, सोनू जांगिड़, विशाल आदि मौजूद रहे।