सीकर,प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.0 एवं राजीव गांधी जल संचय योजना अंतर्गत विश्व जल दिवस पर बुधवार को जिला परिषद सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया।कार्यशाला में विभाग द्वारा जल संरक्षण के लिए संचालित योजनाओं एवं सीकर जिले में जल संरक्षण के लिए किए गए विकास कार्यों पर विस्तृत रिपोर्ट पेश की गई। कार्यशाला में उप जिला प्रमुख ताराचंद घायल ने कहा की सीकर जिले में पानी का स्तर बहुत तेजी से कम हो रहा है, जो एक गंभीर समस्या है, इसके लिए सरकारी योजनाओं को प्रभावी बनाना बहुत जरूरी है, साथ ही बरसाती मौसम में जिला प्रशासन सीकर को सरकारी कार्यालयों की छत का पानी एकत्रित करने की शुरुआत करनी चाहिए तथा इसे ब्लॉक और पंचायत स्तर पर भी क्रियान्वयन किए जाने की जरूरत है। मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद राकेश कुमार ने बताया कि बरसाती मौसम में जिला परिषद सीकर कार्यालय की छत का पानी एकत्रित करके जल संरक्षण की पहल की जाएगी।
बीसूका उपाध्यक्ष सुनीता गिठाला ने कहा कि बारिश कम होने की वजह से सीकर में जलस्तर तेजी से कम हो रहा है, इसके लिए जिला प्रशासन को नवाचार किए जाने की जरूरत है। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि जहां पानी इकट्ठा करने की व्यवस्था नहीं हो रही है वहां 10 से 15 घरों की छतों का बरसाती पानी इकट्ठा कर एक जगह स्टोर किया जा सकता है। कार्यशाला के दौरान संयुक्त निदेशक कृषि रामनिवास पालीवाल व एसई पीएचइडी चुनीलाल भास्कर सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों ने विभागीय योजनाओं से संबंधित जानकारी कार्यशाला में उपस्थित जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, पत्रकारों और आम लोगों को दी। इस दौरान अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रतिभा डोटासरा, सहायक निदेशक प्रशासनिक सुधार विभाग राकेश कुमार लाटा, प्रधान, जिला परिषद सदस्य सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, जिला स्तरीय अधिकारी, मीडियाकर्मी कार्यशाला में उपस्थित रहे।