हिम्मत ए मर्दा तो मदद ए खुदा
रतनगढ़ (सुभाष प्रजापत) 27 वर्षीय युवक की जिंदगी आठ नवंबर 2019 के दिन बदल गई, जब शादी समारोह में उसकी एक आईपीएस अफसर से मुलाकात हुई। बातों ही बातों में आईपीएस अधिकारी दिनेश एमएन ने युवक को फिर से पढ़ने की नसीहत दे दी और फिर क्या था, 15 साल बाद युवक ने अपनी पढ़ाई का सफर फिर से शुरू कर दिया। 2005 में आठवीं तक की शिक्षा ग्रहण कर पढ़ाई का सफर बीच में छोड़ने वाले रतनगढ़ के रामशरणम आश्रम के पास खेत में रहने वाले सुरेंद्र कटेवा ने अब फिर से पढ़ने का मानस बना लिया और अब वह 10वीं ओपन बोर्ड की परीक्षा की तैयारी में जुटा हुआ है। बात यही खत्म नहीं होती। सुरेंद्र के मन में पढ़ाई का जुनून इस कदर सवार हुए कि उसने दो महीनों की मेहनत में भारत के 747 जिलों के नाम याद कर लिए। अब वह गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाने की कवायद में मात्र 290 सेकंड में सभी जिलों के नाम सुना देता है। उत्तरप्रदेश के 75 जिलों का नाम 24 सेकंड में और मध्यप्रदेश के 52 जिलों के नाम मात्र 15 सेकंड में सुरेंद्र बता देता है। इसके साथ-साथ जीके में भी अच्छी पकड़ है। पैसे से कृषि का कार्य करने वाला सुरेंद्र के तीन लड़के हैं और उन्हें जीके के चार हजार प्रश्न मुख जुबानी याद है। अब सुरेंद्र का लक्ष्य एलएलबी की डिग्री हासिल करना है।