इंसपायर अवार्ड मानक योजना
झुंझुनू, इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के अंतर्गत वैज्ञानिक सोच पर आधारित आइडियाज अपलोड करने की प्रक्रिया चल रही है जिसकी अंतिम तिथि तीस सितंबर है। इस प्रक्रिया में अब तक लगभग 7000 नॉमिनेशन करके झुन्झुनूं पूरे देश में प्रथम पायदान पर बना हुआ है। झुन्झुनूं के उत्कृष्ट प्रदर्शन को देखते हुए निदेशक माध्यमिक शिक्षा सौरव स्वामी ने एक आदेश जारी कर एक सम्बलन टीम का गठन किया ह अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी कमलेश तेतरवाल व सुरेंद्र कुमार बडेसरा आरपी, सीबीओ कार्यालय खेतड़ी को इस सम्बलन टीम में शामिल करते हुए राजस्थान के शिक्षा विभाग के चार संभागो जयपुर,अजमेर,चूरू और भरतपुर के चौदह जिलों को प्रेरित कर उनसे इंस्पायर अवार्ड नॉमिनेशन में बेहतर कार्य करवाने की जिम्मेदारी सौंपी है। उल्लेखनीय है कि जहां झुंझुनू ने लगभग 7000 नॉमिनेशन कर दिए हैं वही राजस्थान के अधिकांश जिले अभी 100 का आंकड़ा भी नही छू पाए हैं। ऐसी स्थिति में इन चौदह जिलों के लिए तेतरवाल के नेतृत्व में एक दल काम करेगा। तेतरवाल ने बताया कि हमने इन चौदह जिलों भरतपुर,धौलपुर,करौली, सवाईमाधोपुर,अलवर,दौसा,जयपुर, अजमेर,नागौर,भीलवाड़ा, सीकर, चूरू,झुन्झुनूं की कार्य योजना बना कर काम शुरू भी कर दिया है। इन सभी जिलों के जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों के व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर उनमें हमारी विशेषज्ञ टीम के सदस्यों को ऐड कर दिया है। इसके अलावा प्रत्येक जिले के लिए एक एक एक्सपर्ट् कार्मिक को नियुक्त कर एक प्रकोष्ठ का गठन कर दिया है जो सम्बन्धित जिले की तकनीकी व अन्य सहायता करेंगे तथा उनके द्वारा बतायी गयी समस्या का तत्काल समाधान करेंगे। हमारे जिले के इंसपायर अवार्ड विशेषज्ञ हंसराम यादव वरिष्ठ इस एक्सपर्ट पैनल का नेतृत्व करेंगे। तेतरवाल व बडेसरा इन चौदह जिलों के शिक्षा अधिकारियों से लगातार संपर्क में रहते हुए मॉनिटरिंग करेंगे। अपनी कार्ययोजना पर काम करते हुए आज झुंझुनू की सम्बलन टीम ने भरतपुर संभाग के चार जिलों भरतपुर, करौली,सवाई माधोपुर, धौलपुर के जिला व ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की एक वेबीनार गूगल मीट पर आयोजित की। इसमें निदेशालय से अशोक शर्मा सहायक निदेशक व दुर्गाराम मांझू अनुसंधान अधिकारी ने भी भाग लिया व आवश्यक निर्देश दिए। शर्मा ने बताया कि हम सबका एक सामूहिक प्रयास रहेगा कि जिस प्रकार जिला रैंकिंग में झुन्झुनूं पूरे देश में प्रथम पायदान पर है उसी प्रकार राज्यों की रेंक में राजस्थान प्रथम स्थान पर पहुंचे। उल्लेखनीय है कि दो वर्ष पूर्व राजस्थान तेबीसवें नंबर पर था, गत वर्ष सातवें नंबर पर था तथा इस वर्ष अब तक पांचवे स्थान पर बना हुआ है। हम सबका प्रयास रहेगा कि राजस्थान भारतवर्ष में प्रथम स्थान पर रहे।