लावारिस शिशुओं को झाड़ी व जंगल में न फेककर शिशु गृह में छोड़े
निदेशालय बाल अधिकारिता विभाग द्वारा जारी आदेश की पालना में राजकीय सम्प्रेक्षण एवं किशोर गृह झुन्झुनूं द्वारा लावारिस बालक-बालिकाओं के सर्वोत्तम हित हेतु 28 जनवरी 2019 से शिशु गृह संचालित है। सहायक निदेशक, बाल अधिकारिता विभाग राजेन्द्र कुमार पुरोहित ने बताया कि शिशु गृह में वर्तमान में शिशुओं की देखभाल के लिए कार्यालय अधीक्षक, विशेषज्ञ दत्तक ग्रहण ऎजेन्सी में 1 अधीक्षक, 1 नर्स, 6 आया, 1 सोशल वर्कर कम एजुकेटर कार्यरत हैं। शिशु गृह आरम्भ होने के पश्चात अब तक कुल 4 शिशुओं को लालन-पालन हेतु प्रवेश दिया जा चुका है। वर्तमान में शिशु गृह में 3 शिशु आवासित हैं। उन्होंने बताया कि शिशु को प्रवेश देने के पश्चात शिशु को गोद देने की प्रक्रिया शुरू की जाती है, जिसके लिए गोद लेने के इच्छुक माता-पिता को CARA (Central Adoption Resource Authority) की वेबसाईट cara.nic.in पर जाकर शिशु को गोद लेने संबंधी कार्यवाही पूर्ण करनी होती है। पुरोहित ने आग्रह किया है कि लावारिस शिशुओं को झाड़ी एवं जंगल आदि में न फैंका जाए, बल्कि जिला अस्पताल या राजकीय संप्रेक्षण एवं किशोर गृह में संचालित शिशु गृह में छोड़ें ताकि शिशु को पुनः परिवार दत्तक ग्रहण के माध्यम से मिल सके। उन्होंने बताया कि वर्तमान में शिशु गृह में सामाजिक कार्यकर्ता शारदा कड़वासरा, अधीक्षक किशोर गृह प्रिया चौधरी एवं सहायक निदेशक, बाल अधिकारिता विभाग के द्वारा संचालन किया जा रहा है। दत्तक ग्रहण के लिए अभिभावक ऑनलाईन आवेदन cara.nic.in पर कर सकते हैं।