जिला मुख्यालय झुंझुनूं के तत्वावधान में
झुंझुनूं , राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड जिला मुख्यालय झुंझुनूं के तत्वावधान में जिला स्तरीय स्काउट गाइड खेलकूद प्रतियोगिता का समापन समारोह सहायक राज्य संगठन आयुक्त बीकानेर मण्डल, मान महेन्द्र सिंह सिंह भाटी के मुख्य आतिथ्य एवं नानूराम गहनोलिया प्रबंधक जिला उद्योगकेन्द्र की अध्यक्षता में समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य सुरेन्द्र डूडी ने कहा कि स्काउटिंग के माध्यम से खेलकूद प्रतियोगिता करवाना स्काउट्स गाइड्स को खेलों को प्रेरित करना है। स्काउट्स जीवन जीने की कला है, यहाँ पर बालकों को स्वावलम्बी बनाने का भी प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रधानाचार्य हरिसिंह ने कहा कि जीवन का आधार स्काउटिंग है, यहाँ पर बालक -बालिकाओं को सुनागरिकता का पाठ पढ़ाया जाता है। समसा प्रोग्राम ऑफिसर नवीन कुमार ढ़ाका ने स्काउटिंग गाइडिंग द्वारा किये जारहे कार्यों की प्रशन्सा की तथा समाज सेवा की पर्याय बताया।
प्रभारी कमिश्नर एवं प्रधानाचार्य दीपचन्द लाखवान ने स्काउटिंग खेलों की महत्वता पर प्रकाश डाला एवं खेल प्रतियोगिता का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होने बताया कि खेलों से अनुशासन, शारीरिक, मानसिक विकास होता है। अतः स्काउट गाइड को खेलों से अपनी प्रतिभा निखारने का मौका मिलता है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं सहायक राज्य संगठन आयुक्त , मान महेन्द्र सिंह भाटी ने कहा कि राज्य मुख्यालय जयपुर के वार्षिक कार्यक्रमानुसार खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। जिसका मुख्य उदेश्य अपनी प्रतिभा को निखार कर राज्य एवं राष्ट्र में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करना है। भाटी ने झुंझुनूं जिलें में किये गये सुन्दर आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुये सभी विजेताओं को धन्यवाद ज्ञापित किया एवं जो विजेता नही रहे उन सभी को निराश होने की नसीहत दी। प्रतियोगिता संचालन में सहयोग करने वाले सभी प्रबुद्धजनों को धन्यवाद ज्ञापित किया। अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुये जिला उद्योग प्रबंधक नानूराम गहनोलिया ने कहा कि सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार एवं कार्यक्रमों में स्काउट गाइड का विशेष योगदान रहता है। स्काउट गाइड झुंझुनूं ने जिलें में अपनी छाप छोड़ी है। स्काउट्स द्वारा समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किये है। पौधरोपण में भी बेहतरीन कार्य किया जा रहा । अब खेलों के माध्यम से बालक-बालिकाओं का सर्वांगीण विकास किया जा रहा है। जिला प्रशिक्षण आयुक्त प्रहलाद राय जांगिड़ ने सभी का आभार प्रकट किया एवं जिन्होने सहयोग दिया उन सभी को संगठन के प्रति और अधिक सक्रीयता से कार्य करने को प्रेरित किया। सी.ओ.स्काउट महेश कालावत ने बताया कि जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में जिलें भर के 300 स्काउट्स गाइड्स ने ऊँची कूद, लम्बी कूद, भाला फेंक,गोला फेंक, 400 मीटर दौड़,100 मीटर दौड़, खो-खो, कबड्डी, वाॅलीवाल, फुटबाल प्रतियोगिता में भाग लिया गया जिसमें गाइड विभाग में भाला फेंक में टैगोर प.उ.मा.वि.पिलानी की तनुजा, 400 मीटर दौड़ में टैगोर प.उ.मा.वि.पिलानी की कोमल,100 मीटर दौड़ में टैगोर प.उ.मा.वि.पिलानी की राॅकी, भाला फेंक में टैगोर प.उ.मा.वि.पिलानी की तनुजा, गोला फेंक में रा.आ.उ.मा.वि.कांट की पलक, ऊँची कूद में टैगोर प.उ.मा.वि.पिलानी की अनु,लम्बी कूद में टैगोर प.उ.मा.वि.पिलानी की राॅकी, कबड्डी में स्थानीय संघ चिडावा , खो-खो में स्थानीय संघ पिलानी,वाॅलीवाल में स्थानीय संघ अलसीसर प्रथम स्थान पर रहे। स्काउट विभाग में 400 मीटर दौड़ में विवेकानन्द प.स्कूल राजोता के कमल सिंह राठौड़,100 मीटर दौड़ में रा.आ.उ.मा.वि.मांदरी के विषाल, गोला फेंक में विवेकानन्द प.स्कूल राजोता के कमल सिंह राठौड, ऊँची कूद में लाठ रा.उ.मा.वि.मण्ड्रेला के नरेष कुमार, भाला फेंक में रा.आ.उ.मा.वि.नानूवाली बावड़ी के राजषेखर,लम्बी कूद में लाठ रा.उ.मा.वि.मण्ड्रेला के अषोक कुमार, खो-खो में स्थानीय संघ झुंझुनूं , वाॅलीवाल में स्थानीय संघ अलसीसर, फुटबाल में स्थानीय संघ चिड़ावा एवं कबड्डी प्रतियोगिता में स्थानीय संघ बुहाना प्रथम स्थान पर रहें। विजेताओं को अतिथियों ने स्मृति चिन्ह् एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह् पाकर खिलाड़ियों के चेहरे खुशी से सरोबार नजर आये। सभी प्रथम स्थान विजेता मण्डल स्तर पर दिनांक 3 से 4 अगस्त तक बीकानेर में सहभागिता करेगें। मण्डल स्तर के विजेताओं को राज्य स्तरीय खेल-कूद प्रतियोगिता में जयपुर में खेलने का मौका मिलेगा। सी.ओ.गाइड सुभिता गिल ने बताया कि इस खेलकूद प्रतियोगिता का मुख्य उदेश्य स्काउट गाइड को खेलों के क्षेत्र में भी प्रथम पायदान पर पहुँचाना है। गिल ने बताया कि यह स्काउट गाइड की दूसरी खेलकूद प्रतियोगिता है, जिसमें सभी स्काउट गाइड उत्साहपूर्वक भाग ले रहे है।
ये रहे निर्णायक:- सी.ओ.स्काउट महेष कालावत ने बताया कि खेलों के आयोजन हेतु सत्यवीर सिंह झाझड़िया, ताराचन्द यादव, रणवीर सिंह झाझड़िया, रणवीर सिंह शेखावत, देवकरण, नेमीचन्द झाझड़िया, सुशीला चौधरी रामफूल मीणा, निर्मला जाट, आदि शारीरिक शीक्षकों ने रैफरी रहते हुये निर्णायक की भूमिका का निर्वाहन किया।