ऑन -लाईन पढ़ाई के साथ-साथ फिटनेस, हाॅबी और संस्कारों की भी ले रहे हैं शिक्षा
झुंझुनू, कोरोना के चलते विद्यालय बन्द हो गए हैं और अभी पता भी नहीं कि कब तक विद्यालय बंद रहेंगें जिसका सीधा असर बच्चों की दिनचर्या पर पड़ रहा है। घर से बाहर निकलने पर पाबंदी है। इस कारण खेलने के लिए घर से बाहर भी नहीं निकल सकते। ऐसे में जीवेम समूह ने अपने छात्रों के स्वास्थ्य एवं अध्ययन के साथ ही साथ संस्कारों के रोपण और परिवार जनों से उनको जोड़ने वाली कड़ी बनाते हुए उनकी दिनचर्या को सुनिश्चित करने का प्रयास किया है। विद्यालय के द्वारा नर्सरी से कक्षा 5 तक तथा कक्षा 6 से 10 तक के विद्यार्थियों के लिए बनाई गई दिनचर्या सारणी (संलग्न है ) में उनमें अच्छी आदतों को बढ़ाने के साथ साथ संस्कारों को रोपने वाले ग्राण्ड पैरेन्टस के द्वारा सुनाई जाने वाली प्रेरणादायक कहानियों को भी सम्मिलित किया गया है। कक्षा नर्सरी से दसवीं तक सभी विद्यार्थियों के लिए दिनचर्या सारणी बनाई गई है। इस सारणी में छात्रों को अध्ययन के साथ ही साथ (जो कि लगातार ऑन -लाईन जारी है) योग एवं व्यायाम के लिए तो कहा ही गया है साथ ही स्वास्थ्यप्रद भोजन करने का आग्रह भी किया गया है। घर में रहकर अपनी छिपी हुई प्रतिभा को निखारने के लिए भी विद्यार्थियों को प्रेरित किया गया है जिससे घर में रहकर भी बच्चों में अवसाद ना उपजे और वे समय का सदुपयोग कर इस कठिन समय में प्रसन्नचित्त रह सके। विद्यार्थियों के लिए बनाई गई दिनचर्या सारणी विद्यालय की फेसबुक वेबसाईट तथा व्हाॅट्स एप्प के माध्यम से सभी विद्यार्थियों के अभिभावकों को फोरवार्ड कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि घर बैठे विद्यार्थियों और अभिभावकों से जीवेम की प्रत्येक ईकाई के अध्यापकों लगातार सोशल मीडिया तथा मोबाईल से संपर्क कर उन्हें ऑन -लाईन पढ़ाना, होमवर्क देना, टेस्ट लेना, क्रिएटिव काम जारी रखना आदि उत्साहपूर्वक कर रहे हैं। इन सभी कार्यों की अभिभावक भूरी-भूरी प्रशंसा भी कर रहे हैं तथा विद्यार्थियों की उर्जा सही दिशा में लगाकर उन्हें व्यस्त रख रहे हैं। इस बात के लिए उनका आभार भी व्यक्त कर रहे हैं तथा पूर्ण सहयोग भी कर रहे हैं। अभिभावक स्वयं भी इसमें शामिल हो रहे हैं और नए-नए विचार भी रूचि के साथ दे रहे हैं।