पुलिस अधिकारी बताकर चार युवकों ने किया एक का अपहरण
पांच लाख रुपए की डिमांड करते हुए व्यक्ति से की मारपीट
नाकाबंदी के दौरान पुलिस ने पीछा कर पकड़ा आरोपियों को
रतनगढ़ के चूरू बाईपास के पास आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे
पीड़ित है राजगढ़ का रहने वाला 45 वर्षीय सुशील भार्गव
रतनगढ़, [सुभाष प्रजापत ] तारानगर के सात्यु चौक पर खड़े 45 वर्षीय व्यक्ति का सोमवार की दोपहर चार युवकों ने अपहरण कर लिया। अपहरण की सूचना आग की तरह पूरे जिले में फैल गई तथा पुलिस के उच्चाधिकारियों ने जिलेभर में नाकाबंदी शुरू करवा दी। रतनगढ़ में नाकाबंदी के दौरान एक एक्सयूवी कार चूरू से रतनगढ़ की तरफ आती हुई दिखाई दी, जिसका पुलिस ने पीछा कर गाड़ी को रूकवाया, तो उसमें सवार चारों जने पैदल भागने लगे। लेकिन पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए चारों युवको को पकड़ लिया तथा अपहरण हुए व्यक्ति को इन लोगों के चुंगल से छुड़ाया। मामले के अनुसार राजगढ़ निवासी 45 वर्षीय सुशील भार्गव तारानगर आया हुआ था। वह तारानगर के सात्यु चौक पर खड़ा था। इसी दौरान एक एक्सयूवी गाड़ी आई, जिसमें से चार युवकों ने उतरकर उसके मूंह व हाथ बांध दिए और उसे कार की डिग्गी में डाल दिया।
इन लोगों ने अपने आपको पुलिस अधिकारी बताते हुए पांच लाख रुपए की डिमांड करते हुए मारपीट की। इन लोगों ने सुशील को तारानगर से चूरू होते हुए रतनगढ़ ले आए। रतनगढ़ में सब इंसपेक्टर माणकलाल डूडी द्वारा चूरू बाईपास पर नाकाबंदी की जा रही थी। इस दौरान सीआई सुभाष बिजारणियां भी मौके पर पहुंचे, तो सामने से एक एक्सयूवी गाड़ी आती हुई दिखाई दी। गाड़ी को रूकने का इशारा किया, तो आरोपियों ने गलियों में कार को दौड़ा दिया। पुलिस ने गाड़ी के आगे अपनी गाड़ी लगाकर इन्हें रोका, तो उसमें सवार चारों जने पैदल भागने लगे, लेकिन पुलिस ने सजगता दिखाते हुए चारों को दबौच लिया। पूछताछ पर चारों ने अपना नाम रतनगढ़ के पंडितपुर निवासी 31 वर्षीय विनय शर्मा, 24 वर्षीय मनोज स्वामी, वार्ड 41 निवासी 30 वर्षीय नरेंद्र वाल्मीकि एवं प्रकाश पाठशाला के पास रहने वाला 22 वर्षीय रजनीश रैगर बताया। रतनगढ़ पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ कर तारानगर पुलिस के सुपुर्द कर दिया।