कलक्ट्रेट से हुआ ‘नो व्हीकल डे’ का आगाज,
चूरू, कलक्ट्रेट परिसर में कल हैरत में डालने वाला नजारा था। बड़े-बड़े आला अधिकारी पैदल ही दफ्तर आते दिखाई दिए। ज्यादातर अधिकारी, कर्मचारी पैदल या साईकिल से दफ्तर आए। खुद जिला कलक्टर संदेश नायक, पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम, जिला एवं सेशन न्यायाधीश अयूब खान, एडीएम रामरतन सौंकरिया, सीईओ डीआर सुथार, एसडीएम श्वेता कोचर अपने बंगलों से पैदल ही ऑफिस पहुंचे। अवसर था जिला कलक्टर की ओर से महीने में एक दिन ‘नो व्हीकल डे’ के शुभारंभ का। भविष्य में प्रत्येक माह की पहली तारीख को ‘नो व्हीकल डे’ घोषित किया गया है। इस दिन स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालयों एवं उपक्रमों के अधिकारियों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों एवं आमजन से अपेक्षा की गई है कि वे यथासंभव निजी वाहन के उपयोग से बचें और बिना वाहन की अपने कार्यालय पहुंचें। इस दौरान लोहिया कॉलेज के एनएसएस व एनसीसी स्वयंसेवकों एवं विद्यार्थियों की ओर से साईकिल रैली निकाली गई। कलक्ट्रेट परिसर से जिला कलक्टर संदेश नायक एवं पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली कलक्ट्रेट से रेल्वे स्टेशन होते हुए लोहिया कॉलेज पहुंचकर संपन्न हुई। जिला कलक्टर संदेश नायक ने इस मौके पर कहा कि जिले में लोहिया कॉलेज की ओर से शुरू किए गए नो व्हीकल डे को पूरे जिले में लागू करने के लिए प्रत्येक माह की पहली तारीख को चुना गया है। सभी से अपेक्षा एवं अपील है कि वे इस मुहिम में साथ आकर व्यक्ति और प्रकृति के संरक्षण की दिशा मेंं अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि आज लगभग हरेक व्यक्ति अपने स्वास्थ्य की चुनौतियों से जूझ रहा है और पर्यावरण प्रदूषण तो वैश्विक चुनौती है ही। कहीं न कहीं ये दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए भी हैं। ऎसे में वाहनों का उपयोग यथासंभव सीमित करके दोनों ही समस्याओं के खिलाफ जरूर मजबूत होंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रत्येक माह की पहली तारीख को नो व्हीकल डे को सभी कार्यालयों, अधिकारियों, कर्मचारियों, संस्थाओं एवं आमजन की ओर से पूरा सहयोग मिलेगा और प्रकृति के संरक्षण की दिशा में यह एक बड़ा कदम होगा।