झुंझुनूताजा खबर

सूरजगढ़ में न्यायालय के लिए धरने पर बैठे वकीलों ने राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया

विभिन्न संगठनों ने धरने पर पहुंचकर वकीलों को दिया समर्थन

सूरजगढ़, सिविल एवं न्यायिक कोर्ट खुलवाने के लिए उपखंड कार्यालय सूरजगढ़ में धरने पर बैठे वकीलों को विभिन्न संगठनों का समर्थन लगातार मिल रहा है। आज बुधवार को ग्राम पंचायत कुलोठ खुर्द की सरपंच रतना देवी और सरपंच प्रतिनिधि रणवीर सिंह बरवड़ ने धरने पर पहुंचकर वकीलों को समर्थन देते हुए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। इसी क्रम में भाजपा ओबीसी मोर्चा नगर मंडल सूरजगढ़, भाजपा ग्रामीण मंडल ओबीसी मोर्चा और भाजपा किसान मंडल सूरजगढ़ ने पूर्व चेयरमैन नरेश वर्मा के नेतृत्व में वकीलों को समर्थन देते हुए सूरजगढ़ में नवसृजित सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट के लिए वित्तीय स्वीकृति प्रदान करने के संबंध में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। वरिष्ठ अधिवक्ता मदन सिंह राठौड़ और एडवोकेट हवासिंह चौहान ने कहा- राज्य सरकार को क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को समझते हुए अविलम्ब न्यायालय खुलवाने की प्रक्रिया को पूरी करते हुए वित्तीय स्वीकृति जारी करनी चाहिए। यहां न्यायालय नहीं खुलने और काफी समय से वकीलों के धरने पर बैठने की वजह से क्षेत्र के लोगों को न्याय मिलने में देरी हो रही है। जिले के विधायक और मंत्रियों को भी क्षेत्र के लोगों और वकीलों की समस्याओं को समझते हुए सूरजगढ़ में न्यायालय खुलवाने में मदद करनी चाहिए। धरने पर बैठे वकीलों ने वरिष्ठ अधिवक्ता संदीप मान के नेतृत्व में युवाओं के प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानंद की जयंती को युवा दिवस के रुप में मनाया। धरने पर बैठे वकीलों और मौजूद लोगों ने स्वामी विवेकानंद के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनको नमन किया। आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद के जीवन पर प्रकाश डालते हुए एडवोकेट संदीप मान ने कहा- स्वामी विवेकानन्द एक युवा संन्यासी के रूप में भारतीय संस्कृति की सुगन्ध विदेशों में बिखेरने वाले साहित्य, दर्शन और इतिहास के प्रकाण्ड विद्वान् थे। युगांतरकारी आध्यात्मिक गुरु, जिन्होंने हिन्दू धर्म को गतिशील तथा व्यावहारिक बनाया और सुदृढ़ सभ्यता के निर्माण के लिए आधुनिक मानव से पश्चिमी विज्ञान व भौतिकवाद को भारत की आध्यात्मिक संस्कृति से जोड़ने का आग्रह किया। कलकत्ता के एक कुलीन परिवार में जन्मे नरेंद्रनाथ चिंतन, भक्ति व तार्किकता, भौतिक एवं बौद्धिक श्रेष्ठता के साथ-साथ संगीत की प्रतिभा का एक विलक्षण संयोग थे। स्वामी विवेकानंद भारत के साथ पूरी दुनिया के महापुरुष हैं, उन्होंने अपना पूरा जीवन राष्ट्र और मानव जाति के लिए समर्पित किया। हमारे देश भारत में स्वामी विवेकानन्द के जन्म दिवस को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। उनके विचार समाज के सभी वर्गों के लोगों, विशेषकर युवाओं और विद्यार्थियों के लिए अत्यंत प्रेरणादायक हैं। स्वामी विवेकानंद के विचारों को आत्मसात करके सुखी और सफल जीवन व्यतीत किया जा सकता है। आज धरना स्थल पर गांधीवादी विचारक और सामाजिक कार्यकर्ता धर्मपाल गाँधी, एडवोकेट रामेश्वरदयाल, एडवोकेट अजय जडेजा, राकेश वर्मा, कृष्णपाल सिंह, एडवोकेट सुरेंद्रसिंह तंवर, दीपक कुमार सैनी, एडवोकेट राजेश चिरानियां, अभिभाषक संघ के अध्यक्ष अशोक शर्मा, सचिव सुरेश कुमार दानोदिया, उपाध्यक्ष मनोज डिग्रवाल, एडवोकेट संजू तंवर, सुनील शर्मा, सोमवीर खीचड़, सत्यानंद, पंकज खिचड़, रघुनाथ चेजारा, एडवोकेट विजय गुरावा, बलवान मुंशी, ओमप्रकाश सेवदा, भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष संजय गोयल, पूर्व चेयरमैन नरेश वर्मा, नगरपालिका उपाध्यक्ष रामस्वरूप जांगिड़, हवा सिंह यादव, राजपाल सिंह काजला, हनुमान सिंह, सत्यवीर सिंह धींवा, मनोज शर्मा, सुनील पालीवाल, राहुल जेदिया, सचिन सैनी आदि अन्य लोग मौजूद रहे।

Related Articles

Back to top button