विधायक हरलाल सहारण ने 21 वीं अखिल भारतीय पशुधन गणना -2024 के लिए पर्यवेक्षकों व प्रगणकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में की शिरकत
पशुपालन संयुक्त निदेशक डॉ ओमप्रकाश, जिला नोडल अधिकारी पशुगणना डॉ निंरजन चिरानिया, डॉ सी पी सिंह सहित पशुधन गणना पर्यवेक्षक व प्रगणक रहे मौजूद
चूरू, जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी के निर्देशन में जिला परिषद सभागार में 21 वीं अखिल भारतीय पशुधन गणना -2024 हेतु आयोजित दो दिवसीय पर्यवेक्षक व प्रगणक प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन शनिवार को हुआ। शनिवार को आयोजित प्रशिक्षण में शिरकत करते हुए चूरू विधायक हरलाल सहारण ने कहा कि पशुधन गणना पशु संवर्धन व लुप्त होती प्रजातियों के संरक्षण में मील का पत्थर साबित होगी। पशुओं की गणना पशुपालकों को प्रोत्साहित करेगी और उनकी सुदृढ़ आजीविका में संबल प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि गणना और सर्वे सरकारों को योजनाएं बनाने में मदद करती हैं।
उन्होंने पर्यवेक्षकों व प्रगणकों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान की आधुनिक जीवनशैली के चलते पशुधन संरक्षण अत्यधिक आवश्यक हो गया है। भारत की 70 प्रतिशत से अधिक आबादी गांवों में निवास करती है। हमें अपनी व पंरपरागत जीवन शैली को भावी पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए पशुधन संरक्षण पर ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पहली बार ऑनलाइन पशुधन गणना की जा रही है। इसलिए पोर्टल पर फीड किए जाने वाले डाटा सही व पुष्ट हों। किसान वर्ग की आजीविका का सबसे महत्वपूर्ण व आधार बिन्दु पशुपालन है। कृषकों की आय पशुपालन पर टिकी है। पशुधन गणना सही होने से सरकार पशुओं के संवर्धन व लुप्त होती प्रजातियों के संरक्षण के लिए योजनाएं क्रियान्वित करती है। इन योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन में जनप्रतिनिधियों का अपेक्षित सहयोग लें। इस दौरान पशुपालन संयुक्त निदेशक डॉ ओमप्रकाश ने अतिथियों का स्वागत किया तथा पशुधन गणना के जरूरी बिन्दुओं की ओर ध्यान आकर्षित किया।
डॉ निरंजन चिरानिया जिला नोडल अधिकारी ने पशुगणना के महत्व व कार्ययोजना के बारे में बताया। डॉ चिरानिया ने बताया कि 21 वीं अखिल भारतीय पशुधन गणना -2024 सितंबर 2024 से प्रारंभ होकर दिसंबर, 2024 तक पूरा की जाएगी। यह पशुधन गणना 100 वीं पशुगणना है तथा पूरी तरह से ऑनलाइन है। डॉ चिरानिया व डॉ विश्वजीत सिंह, एवं डॉ नीतू ढाका ने पशुधन गणना -2024 हेतु पर्यवेक्षकों व प्रगणकों को पशुधन गणना हेतु आईडी जनरेशन, हाउसहोल्ड व स्ट्रे पशुधन गणना की प्रक्रिया, पोर्टल पर डाटा फीडिंग सहित आवश्यक गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया।
उल्लेखनीय है कि जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी ने शुक्रवार को प्रशिक्षण के शुभारंभ सत्र में शिरकत कर पशुधन गणना के पर्यवेक्षकों व गणकों को सक्रियता व स्पष्टता से पशुधन गणना के लिए आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान डॉ सीपी सिंह, एपीआरओ मनीष कुमार सहित पर्यवेक्षक व प्रगणक उपस्थित रहे।