लक्खी मेले की पूर्व संध्या पर जगह-जगह भंडारे आयोजित
उदयपुरवाटी. शेखावाटी का 24 कोसी परिक्रमा के साथ ही लोहार्गल लक्खी मेला संपन्न हो गया। मेले की पूर्व संध्या पर मंदिर परिसरों को रोशनी से सजाया गया। साथ ही जगह-जगह मंदिर परिसर में भंडारे एवं भजनों का श्रद्धालुओं को रसपान करवाया। परिक्रमार्थियों ने 24 कोस के अंतर्गत आने वाली सात धाराओं सहित अन्य संत महात्माओं की तपोस्थली पर स्नान एवं मन्नत मांगने के पश्चात गुरुवार को मालकेतु बाबा का लक्खी मेला संपन्न हुआ। मेले की पूर्व संध्या पर लक्ष्मी नारायण मंदिर, श्री राधा कृष्ण मंदिर, सूर्य मंदिर, सैनी धर्मशाला मंदिर, जाट धर्मशाला, श्री मीन भगवान मंदिर, प्राचीन पांच पांडव मंदिर, शिव महादेव मंदिर, श्री गणेश मंदिर, गोपाल मंदिर, प्राचीन ठाकुर जी मंदिर, बांके बिहारी मंदिर, सुखदेव जी मंदिर, मालकेतु बाबा का मंदिर, नरसिंह जी का मंदिर, वनखंडी बाबा मंदिर, श्री रघुनाथ जी का मंदिर, चेतन दास जी की बावड़ी, गोरां शक्ति मंदिर सहित मंदिर परिसरों में परिक्रमा पूर्ण कर आए हुए श्रद्धालुओं के लिए भंडारे तथा भजनों का रसपान करवाया। डॉ. राजेंद्र प्रसाद कुमावत ने बताया कि श्री गणेश मंदिर में प्रगतिशील कुमावत समाज के द्वारा श्रद्धालुओं के लिए भंडारा एवं भजन संध्या का आयोजन किया गया। भजन संध्या के दौरान भामाशाहों, स्वयं सेवकों तथा पत्रकारों का प्रतीक चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया गया। मेले के दौरान देर रात से ही सूर्य कुंड में लाखों श्रद्धालुओं ने डूबकी लगाई एवं मंदिरों में जाकर मन्नत मांगी। जगह-जगह दुल्हन की तरह सजी हुई दुकानों में श्रद्धालुओं ने जमकर खरीददारी की।