झुंझुनू पुलिस की त्वरित कार्रवाई
झुंझुनू रेलवे स्टेशन के पास 1 अगस्त को एक अज्ञात व्यक्ति की लाश पड़ी हुई मिली जिसके शरीर पर काफी चोट के निशान थे। सूचना पर थानाधिकारी कोतवाली गोपाल सिंह ढाका मौके पर पहुंचे मृतक की पहचान के प्रयास किए गए। मौके पर एफएसएल टीम को भी बुलाया गया। घटना स्थल पर जिला पुलिस अधीक्षक गौरव यादव, अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक के द्वारा मौका मुआयना किया गया। जिला पुलिस अधीक्षक के द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेश कुमार मीणा के सुपरविजन में थाना कोतवाली की टीम गठित कर हत्या कर अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार करने के निर्देश जारी किए। जांच में सामने आया कि 30 जुलाई को मनोज कुमार पुत्र बूटी राम जाति जाट निवासी हनुमानपुरा अपने दोस्त कपिल मेघवाल निवासी हनुमानपुरा के साथ मोटरसाइकिल पर बैठकर झुंझुनू आया एवं कपिल को छोड़कर अपने चाचा के लड़के अमित के पास मलसीसर जाने की कह कर गया था उसके बाद घर नहीं आया। 31 जुलाई को रात्रि को अज्ञात व्यक्तियों ने उसकी हत्या कर शव को रेलवे स्टेशन के पास डाल दिया। घटना के संबंध में मृतक के पिता ने थाना कोतवाली में मामला दर्ज करवाया। पुलिस टीम द्वारा कपिल कुमार मेघवाल से जानकारी प्राप्त कर मलसीसर में कैंप कर शराब के ठेके, होटल,ढाबों से गोपनीय रूप से सूचना संकलित की जिससे जानकारी मिली कि मृतक मनोज एवं उसका चचेरा भाई अमित कुमार गणगौर होटल पर शराब पी रहे थे। वहां से अमित के मामा रामकरण फगेड़िया, किशन फगेड़िया एवं उनका कर्मचारी जामुन यादव तीनों गाड़ी में आए एवं होटल के पास से ही मनोज के साथ मारपीट की दोनों को गाड़ी में डालकर ले गए थे। इस प्रकार से घटना में रामकरण फगेड़िया, किशन फगेड़िया, जामुन यादव को संदिग्ध मानकर चिन्हित किया गया। एवं उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए गए। संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए तीन अलग-अलग पुलिस टीमें गठित की गई। 3 अगस्त को थानाधिकारी गोपाल सिंह को सूचना मिली कि घटना का मुख्य आरोपी रामकरण फगेड़िया एक व्यक्ति के साथ जयपुर में छिपा हुआ है। इस पर पुलिस टीम ने जयपुर में कैंप कर आरोपी पर शिकंजा कसना शुरू किया तो आरोपी रामकरण जयपुर से अपने साथी के साथ सीकर की तरफ निकल गया। पुलिस टीम को लगातार आरोपी का पीछा कर रही थी। सीकर के मारू स्कूल के सामने स्थित प्लेट से रामकरण फगेड़िया को हिरासत में लिया एवं कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने अपने द्वारा किए गए अपराध स्वीकार कर लिया। आरोपी रामकरण से प्राप्त जानकारी के अनुसार उसका भांजा अमित उपखण्ड कार्यालय मलसीसर में बाबू है। जो चूरू से आना-जाना करता है 30 एवं 31 जुलाई को घर नहीं गया आया। रामकरण को सूचना मिली की अमित अपने ताऊ के लड़के के साथ शराब पीकर उत्पात मचा रहा है। वहां से अपने भाई के साथ लेकर पहुंचा एवं मनोज को पकड़ लिया। मनोज के साथ मारपीट की वह दोनों को गाड़ी में डालकर अपने खेत में ले गए दोनों के साथ मारपीट की। मारपीट के दौरान मनोज कुमार के बेहोश होने पर उसके हाथ-पैर बांधकर इनोवा गाड़ी की डिग्गी में डालकर झुंझुनू रेलवे स्टेशन के पास डाल गए। आरोपी रामकरण ने पूछताछ पर बताया कि मनोज द्वारा मेरे भांजे को शराब पिलाने की बात से खफा होकर मारपीट की गई। प्रकरण में शरीक अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी घटना में प्रयुक्त वाहन लाठी-डंडे एवं पाइपों की बरामदगी के लिए आरोपी को न्यायालय में पेश कर रिमांड लिया जाएगा।