झुंझुनू पंचायत समिति के गांव सिरियासर में
झुंझुनू, जिले की सीरियासर ग्राम पंचायत में कार्यरत मजदूरों ने मनरेगा योजना में धांधली का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। मनरेगा योजना में कार्यरत प्रवीण तेतरवाल ने बताया कि मनरेगा के कार्यो में धांधली की जा रही है मैट इत्यादि के रिश्तेदार के पूरे पैसे आते हैं जबकि अन्य को पूरा पैसा मजदूरी का नहीं मिल रहा है । इसी प्रकार मनरेगा में कार्य करने वाली सरस्वती ने जानकारी देते हुए बताया कि कभी तो उनको 80 या 60 रुपए ही मिलते हैं उसके अनुसार उन्हें 220 मजदूरी के मिलना चाहिए । वही अनिल कुमार ने बताया कि मैंट बहादुर सिंह ने उसके मम्मी पापा की फोटो जॉब कार्ड पर लगा ली है और अपने सास-ससुर के नाम लगा रखे हैं । वही ग्राम विकास अधिकारी सादिया का कहना है कि मजदूरों को टास्क दिया जाता है और उसी के अनुसार पैसे का भुगतान किया जाता है । पंचायत समिति से जेईएन आ कर यह माप तोल करता है ।वहीं उन्होंने जॉब कार्ड में धांधली पर बताते हुए कहा कि 2008 में जब योजना शुरू हुई 2016 -17 में योजना ऑनलाइन हो गई तो उसके ऑनलाइन होने में गलती हुई है जबकि हमारे ऑफलाइन सारे रिकॉर्ड सही है । वही 31 मई तक सिरियासर गांव का मनरेगा के कार्य का नाप तोल कल रहे जेईएन मुकेश जांगिड़ ने बताया कि मजदूरों को अलग अलग ग्रुप बनाया जाता है और उसमें उनको टास्क दिया जाता है उसी के अनुरूप ही भुगतान किया जाता है टास्क छोटा हो और ग्रुप में सदस्यों की संख्या ज्यादा होने पर ऐसा होता है जितना टास्क दिया जाता है उसी के अनुरूप मनरेगा में भुगतान किया जाता है ।