सीकर, महिलाओं के मुक्तिदाता, भारतीय संविधान के शिल्पकार, बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की १३२वीं जयंती शुक्रवार १४ अप्रैल के भव्य आयोजन के लिए कृष्णा छात्रावास में डॉ. राजकुमार महरिया की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि बाबा साहेब अम्बेडकर ने महिलाओं, वंचितों, शोषितों को लेकर अपने जीवन में संघर्ष किया और भारत के भाग्य विधाता बने। बाबा साहेब ने भारतीय संविधान की रचना कर हर वर्ग को हक अधिकार दिये है जिसके कारण आमजन अपने स्वाभिमान के साथ अपना जीवन यापन कर रहा है। मोहन बाजोर ने जानकारी देते हुए बताया कि बैठक में आगामी १४ अप्रैल को भव्य आयोजन के साथ मनाने को लेकर चर्चा की गई। १३ अप्रैल को पूर्व संध्या पर कल्याण सर्किल से मशाल जुलूस निकालने व १४ अप्रैल को खटिकान प्याऊ से शोभायात्रा को शुभारंभ कर शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए अम्बेडकर सर्किल पहुँच कर सभा में शामिल होने पर विचार विर्मश किया गया। जयंति समारोह में पुरस्कार वितरण एवं सम्मान समोराह आयोजन को लेकर भी चर्चा की गई। बैठक के अंत हर जिम्मेदार कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां सोंपी गई। बैठक में सुरेश दानोदिया, डॉ. विरेन्द्र वर्मा, डॉ. मंजु वर्मा, हरिराम बुनकर, अक्षय दानोदिया, जितेन्द्र देवठिया, अशोक वर्मा, विवेक सिंह महरिया, रमेश मलिण्डा, धर्मवीर गोकुलपुरा, राजेश जोया, रोशन वर्मा, रामावतार सांखला, अनिल तिड़दिया, नवदीप जाटोलिया, लल्लूराम खर्रा, राजेश रोलन, सोहन बडोदिया, ताराचन्द डालमास, शैलेस दानोदिया, रोहित बानूड़ा, डॉ. रामेश्वर लाल वर्मा सहित समाज के गणमान्यजन उपस्थित रहे।