झुंझुनूताजा खबर

अल्पसंख्यक आयोग अध्यक्ष रफीक खान का झुंझुनूं दौरा

अल्पसंख्यकों की समस्याएं सुनी और निस्तारण के निर्देश दिए

धनूरी में मेजर एम एच खान उमा विद्यालय के पुननिर्माण

मलसीसर में अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय खोलने और मंडावा में खेल स्टेडियम के प्रस्ताव लिए गए

झुंझुनूं, राजस्थान राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष रफीक खान मंगलवार को झुंझुनूं दौरे पर रहे। उन्होंने कलेक्ट्रेट सभागार में 15 सूत्री कार्यक्रम की समीक्षा बैठक करते हुए अधिकारियों को विभिन्न दिशा-निर्देश दिए। बैठक में 15 सूत्री कार्यक्रम की जिला स्तरीय समिति द्वारा धनूरी में मेजर एम एच खान उ.मा. विद्यालय के पुननिर्माण, मलसीसर में अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय खोलने और मंडावा में खेल स्टेडियम के प्रस्ताव लिए गए। इस दौरान राराअआ के अध्यक्ष रफीक खान ने सर्किट हाऊस में जनसुनवाई के दौरान प्राप्त हुए ज्ञापनों के निस्तारण किए और एडीएम जगदीश प्रसाद गौड़ को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। खान ने जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों में अल्पसंख्यकों की स्थिति, उच्च शिक्षा और शिक्षा में अल्पसंख्यकों की स्थिति, मदरसों की स्थिति, युवा संबल योजना आदि पर संबंधित अधिकारियों से विस्तार से चर्चा करते हुए समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए, ताकि आमजन को लाभ पहुंचे।

गहलोत सरकार ने पहुंचाया हर तबके को लाभः

राराअआ के अध्यक्ष रफीक खान ने बैठक से पहले सर्किट हाऊस में कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान कहा कि गहलोत सरकार ने राज्य के हर व्यक्ति को लाभ पहुंचाया है। पानी, बिजली के बिलों में छूट और स्वास्थ्य सुविधाओं में राज्य सरकार से मिलने वाली सहायता के चलते हर तबके के हर व्यक्ति को राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिला है।

सुल्ताना की समस्या पर तुरंत अपडेट लीः

बैठक के बाद राराअआ के अध्यक्ष रफीक खान ने पीआरओ ऑफिस में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए बताया कि बैठक में विभिन्न योजनाओं की समीक्षा हुई है। बेहतर प्रदर्शन करने वाले विभागों को प्रोत्साहित किया गया है और कमजोर प्रदर्शन वाले विभागों को सुधार के निर्देश दिए हैं। इसी दौरान सुल्ताना में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम उ.मा. विद्यालय नहीं होने की बात सामने आने पर तुरंत जिला शिक्षा अधिकारी से इस बारे में अपडेट लिया। जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि विद्यालय का प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवाया जा चुका है।

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