पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रामनारायण चौधरी की पुण्यतिथि पर विद्यार्थी भवन में आायेजित किसान सभा में
झुंझुनूं, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रामनारायण चौधरी की पुण्यतिथि पर विद्यार्थी भवन में आायेजित किसान सभा को सम्बोधित करते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा की मोदी राज में देश के आर्थिक हालात खराब हो गये है। विकास की गति ने विकास करना बंद कर दिया है। भाजपा की ना तो कोई नीति है, और ना कोई कार्यक्रम, ना ही कोई सिद्धांत। देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पति ने अखबारों में लेख लिखा है। जिसने स्पष्ट बताया है कि इस सरकार को आर्थिक नीतियों की समझ नहीं है। आर्थिक व्यवस्था को सुचारू करने के लिए डॉ.मनमोहन सिंह और नरसिम्हा राव के बताये गये रास्ते का अनुसरण करना चाहिए। सीएम गहलोत ने कहा कि जनता को नोबल पुरस्कार मिलने वालो से पूछना चाहिए देश के हालात कैसे है। राष्ट्रवाद के नाम पर जनता को भाजपा बरगला रही है। कांग्रेस ने शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक साथ राज्य में 50 कॉलेज नये शुरू किये हैं। सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि एमएलए जो काम करने के लिए कहते है, वो तुरंत प्रभाव से किये जा रहे हैं। रीटा चौधरी के तो एमएलए नहीं रहते हुए भी हमने कॉलेज मांगते ही दे दिया। मंडावा को विकास की पटरी से जोडऩे के लिए जनता को उसे विधानसभा भेजना चाहिए। उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा की यह चुनाव सरकार को बनाने बिगाडऩे का चुनाव नही है यह चुनाव राजस्थान की मुख्यधारा में विकास को गति देने का एक मौका है। यहां के किसानो, नौजवानो, माताओ – बहनो के विश्वास पर ही रीटा चौधरी को कांग्रेस ने दुबारा मौका दिया है। पिछली बार जो गलती हुई उसमें सुधार करनी है। पिछले कई सालो से मैने देखा रीटा चौधरी चुनाव हारे या जीते लेकिन इस क्षेत्र के प्रत्येक नागरिक को अपना घर का सदस्य मानते हुए यहां से लेकर जयुपर तक एक एक व्यक्ति के लिए संघर्ष किया है अच्छे बुरे में लोगो का साथ दिया ओर यही कारण कांग्रेस पार्टी ने दुबारा आपकी बहन आपकी बेटी को मौका दिया। यह चुनाव कांग्रेस पार्टी लड़ रही है यह चुनाव यहा की जनता का चुनाव है इस क्षेत्र के विकास के लिए भलाई के लिए जाति धर्म बिरादरी को भुल जाओ ओर इस बेटी को आशीर्वाद दो जिसको रामनारायण चौधरी ने इस क्षेत्र की जनता के भरोसे छोडा है। यहा बैठे सभी लोगो यें संकल्प ले जब 24 तारीख को परिणाम आयेगा तो झुंझुनूं मण्डावा के विकास में नया आयाम स्थापित करने वाला हों। पिछले दस महिने मे कांग्रेस सरकार ने किसानो बेरोजगारो के लिए जो काम किये वो सब आप के सामने है। बस विधानसभा में एक कमी है उस कमी को पूरा करने के लिए रीटा चौधरी को विधायक बनाकर जयुपर भेजो उसके बाद देखना मण्डावा झुंझुनूं में इन चार सालो में विकास की कोई कसर नही छोडी जायेगी। सभा में प्रभारी मंत्री परसादीलाल मीणा, प्रताप सिंह खाचरियावास, मण्डावा विधानसभा से कांग्रेस प्रत्यासी रीटा चौधरी, रघु शर्मा, डॉ. जितेंद्र सिंह, पूर्व विधायक श्रवण कुमार, मंत्री भंवरलाल मेघवाल, घनश्याम तिवाड़ी, राकेश पारीक, पूर्व प्रदेशााध्यक्ष डॉ.चन्द्रभान, विधायक जेपी चंदेलिया, विधायचक डॉ. राजकुमार शर्मा, बीड़ी कल्ला, महादेव सिंह खण्डेला आदि मंच पर थे। संचालन शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने किया।
-नगर निकाय चुनाव में हाईब्रिड प्रणाली लागू करना गलत- राजस्थान सरकार में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के मध्य चल रहा शीत युद्ध अब मुखर होने की कगार पर आ गया है। नगर निकाय चुनाव में हाईब्रिड प्रणाली लागू करने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कड़ा एतराज जाहिर किया है। उन्होंने बिना संकोच के यह तक कह डाला है कि इस निर्णय को लेकर ना तो विधायकों से, ना केबिनेट में और ना ही संगठन में कोई चर्चा की गई है। जब वे महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार कर रहे थे तब उन्हें अखबारों के जरिए इसकी जानकारी लगी। झुंझुनू में आज एक किसान सम्मेलन में हिस्सा लेने आए सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस लोकतंत्र को जिंदा रखने की बात करती है लेकिन इस प्रणाली के बाद लोकतंत्र जिंदा नहीं रह सकता। क्योंकि जो व्यक्ति पार्षद का चुनाव नहीं जीत सकता, वो भी अध्यक्ष बनेगा। ऐसे में तो बैक डोर से एंट्री होगी। उन्होंने कहा कि यह प्रणाली ना तो व्यवहारिक है और ना ही राजनैतिक दृष्टिकोण से सही है। इस निर्णय को लेकर उन्होंने अपनी असहमति जता दी है और अब इसमें मुख्यमंत्री को संज्ञान लेना है। पायलट द्वारा इस तरह का कड़ा एतराज जताने से यह साबित हो गया है कि सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। इससे पहले परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खचरियावास, खाद्य मंत्री रमेश मीणा, सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना भी इस प्रणाली का विरोध कर चुके है। पायलट ने सीधी प्रणाली से चुनाव करवाने पर कहा कि वे चाहते है कि कांग्रेस की घोषणा के मुताबिक ही सीधी पद्धति से ही चुनाव हो। इधर नयी प्रणाली के विरोध में आ रही खबरों का मुख्यमंत्री ने खंडन किया है। उन्होंने कहा है कि यह निर्णय सोच समझकर लिया गया है। जिसका कहीं पर भी कोई विरोध नहीं है। विरोध की खबरें सब मीडिया की देन है।