झुंझुनूताजा खबर

मुम्बई में कर रही है कोरोनो वोरियर्स के रूप में मरीजों की सेवा

चिराना की बेटी प्रियंका कुमारी

उदयपुरवाटी (कैलाश बबेरवाल) निकटवर्ती ग्राम पंचायत चिराना निवासी स्व. श्री मक्खन लाल कुमावत की सुपुत्री प्रियंका कुमारी रेल्वे हॉस्पिटल जलगांव (मुम्बई) में कोरोना मरीजों की कोरोना वॉरियर के रूप में देखभाल कर रही है। प्रियंका यहां नर्सिंग सुपरिटेंडेंट के पद पर कार्यरत है। वह रोज कोरोना मरीजो की सेवा में लगी हुई है। संवाददाता को प्रियंका ने बताया की हम रोज मरीजों को दवाइयां देते है। वेंटीलेटर पर जो रोगी है, उनका अलग से ध्यान रखना होता है, बचाव के तमाम उपाय हम उनको बताते हैं साथ ही मरीजों को सही होने के लिए सकारात्मक संदेश भी देते है। ताकि मरीज बीमारी से जल्दी ठीक हो सके। ड्यूटी पर हम खुद भी पूरी तरह सचेत रहते है और लगातार पीपीई किट, मास्क, ग्लोव्स, पहन कर पूरी सावधानी बरतनी पड़ती है। इस बार मै चार महीने से गांव नहीं आ सकी तो मम्मी से फोन पर लंबी बात की और यहां के चल रहे हालत के बारे में बताया तो मेरी मां ने सारी बाते सुनने के बाद अपना मन बस में किया, पर जब उससे इस बारे में बात की और न आने का कारण बताया तो वह रो पड़ी। इसके अतिरिक्त भी मै जब भी में उनसे बात करती हूं तो वीडियो कॉल के दौरान ही आंसू छलक पड़ते है। प्रियंका ने बताया कि अमूमन मै हर दो महीने से अपने घर चली आती थी। लेकिन इस बार 4 महीने हो गये घर ना आ सकी, तो इस कारण को लेकर मेरे परिवार वाले भी काफी चिंतित रहते है। परिवार के ही डॉ. राजेंद्र कुमावत ने बताया कि इस माह में 4 मई को प्रियंका का विवाह होना तय था, लेकिन इस बीच कोरोना महामारी के चलते शादी फिलहाल स्थिगत कर दी गयी। प्रियंका का मंगेतर भी सीकर जिले के भादवाड़ी ग्राम के पवन कुमार पुत्र अर्जुन लाल कुमावत भी ई.एस.आई. हॉस्पिटल एवं मेडिकल कॉलेज फरीदाबाद हरीयाणा के मेडिकल आई.सी.यु.में अपनी सेवाएं दे रहे है। दोनो की ड्यूटी एक ही प्रोफेशन से जुडे होने के कारण और वैश्विक महामारी के चलते शादी कि डेट आगे देखेंगे, इस वक्त ड्यूटी पर होना उनका जरूरी है। मेरे बड़े भाई सुरेश कुमावत भी हमेशा मुझे यही प्रेरणा देते है कि देश को इस वक्त तुम्हारी जरूरत है। मानव सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है तो यह सुनकर उनसे मुझे सकारात्मक ऊर्जा सी मिलती है । मेरा भी यही मानना है कि देश के सभी कोरोना योद्धा जब कोरोना को हराने के लिए डटे हुए है। अपनी ड्यूटी मुस्तैदी से दे रहे हैं तो एक दिन हमें कामयाबी जरूर मिलेगी। हम सब मिलकर कोरोना को हराएंगे और देश को जिताएंगे।

Related Articles

Back to top button