दमदार पुलिस अफसर के रूप में थी पहचान
झुंझुनू, जिले के छोटे से गांव नूआं के लाडले सेवानिवृत्त अधिकारी और वक़्फ़ बोर्ड राजस्थान सरकार के पूर्व अध्यक्ष लियाक़त अली ख़ान का तिहत्तर वर्ष की उम्र में बुधवार को सुबह देहांत हो गया। जिनको नूआं ग्राम में ही सुपूर्द ए खाक किया जाएगा। उनके परिवार में उनकी पत्नी सायरा बानो, लड़की सुरईया, बेटा शाहीन अली है। लियाकत अली जिले के अलावा राज्य के मुस्लिम समुदाय के र्चचित चेहरे थे। अपने परिश्रम की बदौलत खान पहले राजस्थान पुलिस सेवा तथा बाद में भारतीय पुलिस सेवा में पदोन्नत हुए। अपने कार्यकाल के दौरान वे जालोर, जयपुर(ग्रामीण) और अलवर जैसे बड़े ज़िले के पुलिस अधीक्षक रहे। वर्ष 2006 में वे पुलिस महानिरीक्षक (आर्थिक अपराध) पुलिस मुख्यालय,जयपुर से सेवानिवृत हुए। राजकीय सेवा के बाद खान ने समाज सेवा की इच्छा के तहत कांग्रेस पार्टी का हाथ थामा। उनकी सेवा का फल उन्हें राजस्थान सरकार ने वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में मनोनीत कर दिया। उल्लेखनीय है कि जालोर में जैन मुनि की हत्या के बाद उपजे विवाद से निपटने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री भैरोंसिंह शेखावत ने लियाक़त अली ख़ान को अपने साथ हेलिकॉप्टर में ले जाकर वहाँ नियुक्त किया,तब जाकर स्थिति नियंत्रण में आई थी। लियाक़त अली ख़ान के भ्राता अशफ़ाक़ हुसैन है तथा छोटे भाई ज़ाकिर हुसैन वर्तमान में हनुमानगढ़ के ज़िला कलक्टर हैं। खान के पुत्र शाहीन अली ख़ान वर्तमान में राजस्थान के मुख्यमंत्री के संयुक्त सचिव हैं।