नई दिल्ली के दी होटल ग्राण्ड विकल्प में
झुंझुनू , आज शुक्रवार नई दिल्ली के दी होटल ग्राण्ड विकल्प में निसा के तत्त्वावधान मेें एक कार्यक्रम पॉलिसी डायलॉग ऑन न्यू एज्युकेशन पॉलिसी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में भारतीय शिक्षण मंडल जो कि आर एस एस का ही एक अभिन्न अंग है के अधिकारियों एवं प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और देश के कोने-कोने से आए शिक्षाविदों के साथ नई शिक्षा निति पर चर्चा-परिचर्चा की। उल्लेखनीय है कि भारतीय शिक्षण मंडल 1969 से भारत में शिक्षा के पुनरूत्थान के लिए कार्य करता है जिसमें शिक्षा नीतियों का निर्माण, संशोधन, उन्नत शिक्षा प्रणाली लागु करना, शिक्षा तकनीकों में नए अनुसंधान करना इत्यादि प्रमुख कार्य हैं। कार्यक्रम में भारतीय शिक्षण मंडल के साथ नई शिक्षा निति 2019 के ड्राफ्ट के महत्वपूर्ण बिन्दुओं, विसंगतियों एवं कमियों पर सुझाव एवं आपत्तियां प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम में राजस्थान राज्य का प्रतिनिधित्च जीवेम चेयरमैन एवं निसा के प्रांतीय प्रभारी डॉ दिलीप मोदी ने किया। भारतीय शिक्षण मंडल के समक्ष अपने विचार प्रस्तुत करते हुए डॉ मोदी ने पूरे देश में मान्यता प्राप्त विद्यालयों के समानान्तर चल रही अवैध कोचिंग क्लासेज पर प्रहार करते हुए कहा कि कोचिंग क्लासेज को नियंत्रित एवं रेग्यूलेट किया जाकर विद्यार्थियों की सुरक्षा, गुणवत्ता एवं विद्यार्थियों के प्रति उनकी जवाबदेही निर्धारित की जानी चाहिए। डॉ मोदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि न्यू एज्युकेशन पॉलिसी में शिक्षा को ‘नोट फॉर प्रोफिट’ कहा गया है जो सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि छोटे से छोटे स्कूल से लेकर वृहद् स्तर तक चलने वाली यूनिवर्सिटीज सभी केवल प्रोफीट के लिए ही संचालित की जाती हैं, ऐसे में इसे नोट फॉर प्रोफिट कहना गलत है। डॉ मोदी ने कहा कि सरकारी विद्यालयों, प्राईवेट विद्यालयों तथा कोचिंग क्लासेज सभी के लिए समान रूल्स एवं रेग्यूलेशन होने चाहिए।कार्यक्रम में निसा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा ने सेव एज्युकेशन कैम्पेन एवं निसा द्वारा किए गए प्रयासों पर प्रकाश डाला। इसके साथ ही सुशील गुप्ता, अमित चन्द्रा, अनिल गोयल, थॉमस एन्टोनी ने भी नई शिक्षा निति पर अपने सुझाव प्रस्तुत किए।