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नन्हे मुन्ने टेलर मास्टरो द्वारा मास्क बनाकर बांटे जा रहे निशुल्क

अशोक कुमार छिपा, भागचंद टेलर एवं गोपाल कुमावत द्वारा मास्क बनाकर किए जा रहे निशुल्क वितरण

दांतारामगढ़,[लिखा सिंह सैनी] कहा जाता है कि नर सेवा ही नारायण सेवा है अगर मनुष्य द्वारा किसी जरूरतमंद व्यक्ति की सेवा की जाती है तो उसे ईश्वर का आशीर्वाद सदैव प्राप्त रहता है। कोरोना वायरस वैश्विक महामारी को लेकर सरकार एवं प्रशासन द्वारा कई प्रकार के प्रयत्न किए जा रहे हैं। कई समाजसेवी संस्थाओं में भामाशाहों द्वारा जरूरतमंद परिवारों को भोजन सामग्री पहुंचाई जा रही है। तो वही इस संक्रमण से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्देशानुसार प्रत्येक व्यक्ति को मास्क लगाना आवश्यक बताया गया है। लेकिन बाजार में पर्याप्त मात्रा में मास्क नहीं होने की वजह से काफी लोगों तक मास्क नहीं पहुंच पा रहा है। इसी समस्या से लोगों को निजात दिलाने के लिए ना की बड़े व्यक्तियों द्वारा यहां तक कि छोटे बच्चों द्वारा भी सामाजिक सरोकार निभाया जा रहा है। दांता कस्बे के भागचंद टेलर, अशोक कुमार छिपा, गोपालस्वरुप धाबाई एवं अनेक महिलाओं एवं पुरुषों द्वारा अपने स्वयं के खर्चे से घर पर मास्क बनाकर आमजन को निशुल्क वितरित किए जा रहे हैं। इन सेवाभावी व्यक्तियों द्वारा आमजन के अलावा सरकारी कार्यालयों एवं अस्पतालों में भी निशुल्क मास्क बांटे जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉक डाउन पार्ट 2 की घोषणा के दौरान सभी को मास्क पहनना अनिवार्य बताया गया और उनके द्वारा घर में बने मास्क एवं फेस मास्क काम में लेने का आग्रह किया गया है जिसको लेकर कई लोगों ने प्रेरणा समझ कर मास्क बनाकर निशुल्क वितरण कर रहे हैं और इस वैश्विक महामारी का संक्रमण किसी भी व्यक्ति में ना करना यह प्रयास किया जा रहा है। इन सेवाभावी व्यक्तियोंं द्वारा अब तक सैकड़ों मास्क बनाकर निशुल्क वितरण किए जा चुके हैं। इनका कहना है कि मार्केट में पर्याप्त मात्रा में मास्क उपलब्ध नहीं है और अगर कहीं पर उपलब्ध है तो उनकी कीमत अधिक होने की वजह से गरीब व्यक्ति खरीद नहीं पाता है इसी समस्या के समाधान के लिए घर में मास्क बनाकर निशुल्क वितरण किए जा रहे हैं।
नन्हे-मुन्ने बच्चों ने की अनोखी मिसाल पेश- आपने अभी तक बड़े लोगों को ही मास्क बना कर बांटते हुए देखा और सुना होगा लेकिन दांता कस्बे में दो छोटे छोटे बच्चों हितेश और हर्षित ने सामाजिक सरोकार की एक अनोखी मिसाल कायम की है जिसमें इन बच्चों द्वारा अपने हाथों से मास्क बनाकर आमजन में निशुल्क बांटे जा रहे हैं। आपको बता दें कि हितेश और हर्षित दोनों बच्चों ने बताया कि उनको यह प्रेरणा अपने पिता भागचंद टेलर से प्राप्त हुई जब बच्चों ने अपने पिता को मास्क बनाकर बांटते हुए देखा तो बच्चों ने मास्क बनाना सीख लिया और दोनों भाई मिलकर मास्क बनाकर आमजन में निशुल्क बांट रहे हैं।

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