झुंझुनू, सूरजगढ़ पंचायत समिति क्षेत्र के गांव बलौदा में आदर्श योग केंद्र में योगाचार्य डॉ. प्रीतम सिंह खुगांई के नेतृत्व और धर्मपाल गांधी की अध्यक्षता में युवाओं के प्रेरणास्रोत, आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया। सर्वप्रथम स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर पुष्पमाला चढ़ाकर दीप प्रज्वलित कर उनके जीवन संघर्ष और उपलब्धियों को याद किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पंतजलि राज्य प्रभारी पवन कुमार सैनी ने ऑनलाइन उपस्थित होकर स्वामी विवेकानंद के जीवन के बारे में विस्तार से बताया। अशोक पूनियां, वेदप्रकाश अग्रवाल, राकेश मास्टर विशिष्ट अतिथि के रुप में कार्यक्रम में मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष धर्मपाल गांधी ने कहा- स्वामी विवेकानन्द वेदान्त के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु थे। उनका वास्तविक नाम नरेन्द्र नाथ दत्त था। उन्होंने अमेरिका स्थित शिकागो में सन् 1893 में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था। युवाओं के प्रेरणास्रोत व समाज सुधारक स्वामी विवेकानंद ने युवाओं से आह्वान करते हुए कहा था- “उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक कि अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच जाओ।” भारतीय सांस्कृतिक चेतना में नई जान फूंकने वाले स्वामी विवेकानंद ने भारतीय युवाओं के स्वाभिमान को जगाया और उम्मीद की नई किरण पैदा की। नवजागरण के अग्रदूत स्वामी विवेकानंद के जीवन और उनके विचारों से देश के युवाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए। कार्यक्रम में देश की आजादी के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाली क्रांतिकारी महिला, पदम विभूषण से सम्मानित सामाजिक कार्यकर्ता, 1933 में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष और महान स्वतंत्रता सेनानी नेली सेन गुप्त को भी उनकी जयंती पर याद किया। इसके अलावा देश की आजादी के लिए हृदय विदारक यातना सहने के बाद फांसी पर चढ़ने वाले महान क्रांतिकारी सूर्य सेन को भी उनके बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए नमन किया। इस मौके पर योगाचार्य सुदेश खरड़िया, संदीप कुमार, सोनम बलवंदा, खुशी वर्मा, मौसम बरवड़, खुशी, निशु बरवड़, आयुषी, जिया, कनिका, विशाल बेरला आदि अन्य लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन सुदेश खरड़िया ने किया। योगाचार्य डॉ. प्रीतम सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया।