सुविधा के लिए पोर्टल कर रहे विकसित
सीकर, किसान अब जल्द ही खेत व घर बैठे ही फसल को बेच सकेंगे। इसके लिए किसानों को कृषि उपज मंडी में फसल लेकर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से कृषि उपज मंडियों को डिजिटल किया जा रहा है। इसके बाद किसान ई—मंडी सुविधा के माध्यम से घर बैठे ही फसल को उचित भाव में बेच सकेंगे, साथ ही ई-ऑक्शन के माध्यम से व्यापारियों को किसी भी स्थान पर भौतिक रूप से उपस्थित हुए बिना ही भाव लगाने का अवसर भी प्राप्त हो सकेगा। वर्तमान में किसान खेतों से फसल निकालने के बाद उन्हें वाहनों से मंडी में बिक्री के लिए लेकर जाते है। जिसके चलते उन्हें दिनभर उपज की बिक्री के लिए इंतजार करना पड़ता है। लेकिन अब ई मंडी सुविधा शुरू होने के बाद किसान घर बैठे ही व्यापारियों को फसल उचित भाव में बेच सकेंगे। इसके लिए कृषि विपणन विभाग की ओर से ई—मंडी सुविधा पोर्टल के माध्यम से किसानों को ऑनलाइन ही मंडी गेट पास, आवक, जावक गेट पास ऑनलाइन मिलेंगे।
किसानों को मिलेगी राहत
ई—मंडी प्लेटफार्म के विकसित होने के बाद किसानों को अपने खेत से राज्य की किसी भी मंडी में कृषि जिंस बेचने के विकल्प मिलेंगे ताकि किसानों को उनकी उपज का अच्छा भाव मिल सके। मंडी समिति को सभी प्रकार की सूचनाएं, पंजीकृत व्यापार, मंडी में आने वाले किसान, मंडी शुल्क व अन्य जानकारी एक ही जगह पर मिल सकेगी। ई भुगतान की सरल प्रक्रिया से किसानों व व्यापारियों को सुगमता होगी, मंडी रिकॉर्ड एवं नियमन की दृष्टि से अनियमितता कम होगी। किसान खेत से अपनी उपज व व्यापारी की मांग के आधार पर निर्णय ले सकेंगे। बतादे कि राज्य बजट घोषणा वर्ष 2024-25 में खेत से खरीद ई-मण्डी प्लेटफार्म के माध्यम से सीधे कृषकों को खेत से खरीद की सुविधा की घोषणा की गई थी। जिसकी कवायद में कृषि विपणन विभाग जुटा हुआ हैं।