नरेगा कार्य के दौरान हुआ हादसा, पानी में डूबने से 3 की मौत,2 घायल
नांवा पंचायत समिति की शिंभूपुरा पंचायत के गाँव बावड़ी की कमलाई नाड़ी में
मारोठ, [अर्जुनराम मुडोतिया ] नागौर जिले के नांवा पंचायत समिति की शिंभूपुरा पंचायत के गाँव बावड़ी की कमलाई नाड़ी में नरेगा का कार्य करते हुए पानी में डूबने से दो महिलाएं एक लड़की की मोत हो गई व एक युवक व एक महिला धायल हो गई । बुधवार को शिंभूपुरा पंचायत के बावड़ी गाँव में कमलाई नाड़ी में नरेगा का कार्य चल रहा था करीब 2:00 बजे नरेगा श्रमिक महिला रतनी देवी पत्नी जवानाराम मेघवाल उम्र 45 वर्ष निवासी बावड़ी का पैर फिसलने से नाडी में गिर गई जिस को बचाने के लिए पास में काम कर रही महिलाएं फूली देवी पुत्री हनुमान राम मेघवाल उम्र 20 वर्ष निवासी बावड़ी सुरज्ञान पत्नी मुकनाराम मीणा उम्र 45 वर्ष चंदा देवी पत्नी नेमाराम मेघवाल उम्र 25 वर्ष पानी में उतरी पास में मेट गजानंद पुत्र भंवरलाल कुमावत उम्र 21 वर्ष भी काम कर रहा था जिसने पानी में उतर कर चंदा को बाहर निकाला बाकी 3 फूली देवी रतनी देवी सुरज्ञान देवी गहरे पानी में जाने से गजानंद नहीं निकाल पाया जिनको बाद में ग्रामीणों की मदद से बाहर निकाला गया ।ग्रामीणों ने सभी को उपचार के लिए मारोठ सीएचसी लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने रतनीदेवी, फूली देवी, सुरज्ञान देवी को मृत घोषित किया और घायल महिला चंदा और गजानंद को उपचार के लिए कुचामन रेफर किया । हॉस्पिटल में मौके पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रभाती लाल जाट , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय गुप्ता, नावा उपखंड अधिकारी ब्रह्मलाल जाट, विकास अधिकारी रामनिवास चौधरी, मारोठ थानाधिकारी दिलीप सहल, कुचामन डिप्टी नगाराम चौधरी, तहसीलदार गुरुप्रसाद तंवर, नायाब तहसीलदार भारत सिंह उपस्थित रहे। जिनकी उपस्थिति में तीनों बॉडीयो का पोस्मार्टम किया गया ओर बॉडी परिजनों को सुपर्द कर दी।नरेगा कार्य के दौरान डूबने से हुई मौत की खबर सुनकर हर कोई हॉस्पिटल पहुंच गया हॉस्पिटल में काफी भीड़ जमा हो गई हादसे को लेकर सभी सदमे में दिखाई दिए। परिवार के लोगों की हालत खराब होती नजर आ रही थी। जानकारी मिली कि मृतक रतनीदेवी का पति देश के बाहर काम कर रहा है परिवार में एक बच्चा और एक बच्ची जिनकी उम्र करीब 10 साल 13 साल है ग्रामीणों ने व मारोठ थाना अंतर्गत आने वाले सभी सरपंचों ने प्रशासन से निवेदन किया कि रतनी देवी के पति को सरकारी सुविधाओं के तहत बुलाया जाए। इसी मामले को लेकर मारोठ थाना अंतर्गत आने वाले मिंडा सरपंच जोगेंद्र ताकर ,शिंभूपुरा सरपंच ,सोलाया सरपंच ,मारोठ सरपंच ,देवली सरपंच ,जिला परिषद सदस्य पूरन मेधवाल ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर व उपखंड अधिकारी नावा को मृतक परिवार को सरकारी आर्थिक सहायता दिलाने का ज्ञापन सौंपा। अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रभाती लाल जाट ने पीड़ित परिवार ओर सरपंच संघ के सदस्यों को आश्वासन दिया कि सरकार द्वारा मिलने वाली सहायता मृतकों के परिवारजनों को दिलाई जाएगी। वही मिंडा सरपंच जोगेंद्र ताकर ने जताई है नाराजगी- अतिरिक्त जिला कलेक्टर द्वारा मृतक के परिजनों को सरकार द्वारा मिलने वाली राशि 1 लाख और नरेगा में कार्यरत रहते हुए मरने की राशि 25000 बताइ तो मिंडा सरपंच ने मीडिया के माध्यम से केंद्र सरकार राज्य सरकार से निवेदन किया कि एक गरीब परिवार का आदमी नरेगा में कार्य करता है और उसकी मौत हो जाती है तो क्या सरकार द्वारा मात्र 25000 रुपये परिवार के लिए उचित नहीं है। मृतक परिवार को 5 लाख रुपये दिलाने का निवेदन किया।