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ओआरएस का घोल है बच्चों के लिए अमृत के समान – ओला

सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग का सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा आज मंगलवार से शुरू हुआ। जिला स्तर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ अजय चौधरी के निर्देशन में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र में अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ लक्ष्मणसिंह ओला की अध्यक्षता में हुए शुभारंभ समारोह में अतिथियों ने अस्पताल में बने ओरआरएस जिंक कार्नर पर बच्चों को ओआरएस का घोल पिलाकर पखवाडे़ का शुभारंभ किया। इस मौके पर बच्चों के साथ आए उनके परिजनों को ओआरएस का घोल और जिंक की गोली के फायदों की जानकारी दी गई। इसके साथ ही जिलेभर में बच्चों को दस्त से बचाने की मुहिम का शुभारंभ हुआ, जो 9 जून तक चलेगी। इस मौके पर अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ लक्ष्मणसिंह ओला ने कहा कि दस्त बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं। इससे बच्चों की शारीरिक क्षमता भी प्रभावित होती है, जिससे बच्चा काफी कमजोर हो जाता है। ऐसे में ओआरएस का घोल बच्चे के लिए अमृत और संजीवनी के समान है। बच्चों को दस्त से बचाने के लिए ओआरएस का घोल व जिंक की गोली देनी चाहिए चाहिए। ओआरएस घोल पिलाने से उसके शरीर में पानी की कमी नहीं होगी। वहीं बच्चों की तबीयत ज्यादा बिगड़ने बच सकती है। गर्मी के कारण दस्त आना, भूख कम लगना, बुखार आदि बीमारियों में ओआरएस घोल बेहद फायदेमंद है। उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ सीपी ओला ने ओआरएस घोल बनाने की विधि व जिंक की गोली का महत्व बताया। इस मौके पर डीपीएम प्रकाश गहलोत, शहरी कार्यक्रम प्रबंधक प्रदीप चाहर, जिला आशा समन्वयक केडी पारीक सहित नर्सिंग स्टाॅफ, एएनएम, आशा सहित कई कार्मिक भी मौजूद थे।

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