प्रधान शंकर लाल यादव ने महिला जनप्रतिनिधियों के प्रतिनिधियों व बाहरी व्यक्तियों को प्रवेश करने से रोका लेकिन इसके बावजूद भी बैठक में पहुँचे
मीटिंग में स्थानीय विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत भी थे उपस्थित
अजीतगढ़, [ विमल इंदौरिया ] अजीतगढ़ पंचायत समिति की साधारण सभा की मीटिंग सोमवार को प्रधान शंकर लाल यादव की अध्यक्षता एवं श्रीमाधोपुर विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत की उपस्थिति में शुरू हुई मीटिंग शुरू होते ही प्रधान ने इस मीटिंग में महिला जनप्रतिनिधियों के प्रितिनिधियो एवं बाहरी लोगों को मीटिंग से बाहर जाने का निर्देश दिया ।लेकिन महिला जनप्रतिनिधियों के प्रतिनिधियों ने निजी व्यक्ति से फोटोग्राफी का आरोप लगाया और कहा कि अगर प्राइवेट फोटोग्राफर ही अंदर फोटोग्राफी कर रहा है तो हमें यहां बैठने का एतराज क्या है जिसके कारण इन लोगो के मीटिंग से बाहर नहीं आने के कारण प्रधान ने नाराज होकर इस मीटिंग को आधे घंटे में ही स्थगित कर दिया जिस कारण मीटिंग नहीं हो सकी। जानकारी के अनुसार अजीतगढ़ पंचायत समिति की साधारण सभा की मीटिंग अजीतगढ़ पंचायत समिति परिसर में प्रधान शंकर लाल यादव की अध्यक्षता एवं विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत की उपस्थिति में मीटिंग आयोजित हुई।मीटिंग को शुरू होते ही प्रधान शंकर लाल यादव ने निर्देश देते हुए कहा कि मीटिंग में पंचायत समिति सदस्यों एवं सरपंचों के परिजनो व रिश्तेदार या अन्य कोई बाहरी व्यक्ति बेठा है वह तुरंत मीटिंग से बाहर चला जावे। कार्यवाहक विकास अधिकारी सुरेश वर्मा ने भी यही बात कही लेकिन वहां बैठे जनप्रतिनिधियों के प्रतिनिधियों ने कहा कि पूर्व में भी पंचायत समिति की बैठक में यह मुद्दा उठा था कि निजी फोटोग्राफर पंचायत समिति की मीटिंग की वीडियोग्राफी नहीं कराए लेकिन उसके बाद भी दुबारा निजी फोटोग्राफर से ही वीडियोग्राफी कराई जा रही है । पहले इस फोटोग्राफर को बाहर भेजा जाए उसके बाद हम जाएंगे बार-बार आग्रह करने के बाद भी इन लोगो के नहीं जाने के कारण मीटिंग में दोनों पक्षों की तरफ से हंगामा शुरू हो गया ।जिस कारण प्रधान शंकर लाल यादव नाराज हो कर इस मीटिंग से बाहर चले गए और मीटिंग को स्थगित करने के निर्देश दिए और इस वजह से मीटिंग स्थगित कर दी गई व मीटिंग में उपस्थिति प्रधान के समर्थक सदस्य भी बाहर आ गए । अजीतगढ़ पंचायत समिति सरपंच संघ के अध्यक्ष शंभू दयाल मीणा समेत समर्थकों ने कहा कि पूर्व की मीटिंग में कहा गया था कि प्राइवेट फोटोग्राफर से मीटिंग की वीडियोग्राफी नहीं करवाई जाएगी पूर्व की मीटिंग में विकास अधिकारी एवं प्रधान ने कहा था कि अगली होने वाली बैठक में इस मामले में पूरी जानकारी दे दी जाएगी लेकिन सोमवार को आयोजित हुई बैठक मे भी जानकारी नहीं देने के कारण यही मुद्दा उठा और इस मुद्दे पर कोई जानकारी नहीं दी गई जिस कारण इस मीटिंग में भी प्राइवेट फोटोग्राफर ही वीडियोग्राफी करता हुआ नजर आया तो समर्थक पंचायत समिति सदस्यो और सरपंचों ने इसका विरोध जताया । कांग्रेसी पंचायत समिति सदस्यो एवं सरपंचों ने प्रधान द्वारा बैठक अचानक स्थगित करने का विरोध किया तो प्रधान के समर्थक जनप्रतिनिधियों ने इसका समर्थन किया। पंचायत समिति सरपंच संघ के संरक्षक सुंदरलाल भावरिया एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने कहा कि इस तरह से बैठक को स्थगित करना गलत है जिसका गलत संदेश लोगों तक जाता है। जनता ने हमें विकास कराने के लिए चुना है एवं पंचायत समिति की बैठक में आज कई प्रस्ताव पारित होते लेकिन प्रधान ने मीटिंग स्थगित करके गलत किया । प्रधान समर्थक पंचायत समिति सदस्य शमशेर सिंह समेत कई समर्थकों ने कहा कि प्रधान ने पहले भी महिला जनप्रतिनिधियों के प्रतिनिधियों व बाहरी व्यक्तियों को बैठक मे नहीं बैठने की बात कही थी और इस बार .भी प्रधान ने मीटिंग शुरु होते ही यही बात कही जिसका प्रधान समर्थकों जनप्रतिनिमधियों ने समर्थन कर जायज ठहराया।
इस अवसर पर कार्यवाहक विकास अधिकारी सुरेश वर्मा, अजीतगढ़ नायब तहसीलदार लाल सिंह राठौड़, अजीतगढ़ बिजली निगम के सहायक अभियंता भागीरथ शर्मा, जलदाय विभाग के सहायक अभियंता सुनील कुमार , सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता रमेश कुमार, ब्लॉक अजीतगढ़ की मुख्य ब्लॉक पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ जेपी महरडा, अजीतगढ़ सरकारी अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ महेंद्र स्वामी, वरिष्ठ पंचायत समिति सदस्य बन्ना राम गुर्जर, अजीतगढ़ पंचायत समिति सरपंच संघ के अध्यक्ष शंभू दयाल मीणा, संरक्षक सुंदरलाल भावरिया, पंचायत समिति सदस्य शमशेर सिंह, आसपुरा सरपंच हेम कंवर, गढ़ टकनेत सरपंच राजेश नायक,, हरदास का बास सरपंच अनोप कंवर, अजीतगढ़ पंचायत समिति सदस्य प्रिया अग्रवाल, जुगराजपुरा सरपंच ओम कंवर,सकराय सरपंच प्रभु दयाल, पंचायत समिति सदस्य शकुंतला यादव, शमशेर सिंह समेत कई पंचायत समिति सदस्य सरपंच एवं अधिकारी उपस्थित थे ।
इस संबंध में मीटिंग में शामिल होने आए विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि वे सोमवार को पंचायत समिति की साधारण सभा की बैठक में शामिल होने के लिए मीटिंग में पहुंच गए थे लेकिन प्रधान ने मीटिंग को स्थगित कर दिया जो दुर्भाग्यपुर्ण है मैंने पहली बार ऐसा ऐसा देखा है ।मीटिंग होती तो विकास के कार्यों के प्रस्ताव पास होते एवं जनता की समस्याएं हल होती व लोगों को राहत मिलती। इस संबंध में अजीतगढ़ पंचायत समिति के प्रधान शंकर लाल यादव का कहना है पंचायत समिति की साधारण सभा की बैठक 10 अक्टूबर को आयोजित थी मीटिंग शुरू होते ही मैंने राज्य सरकार के नियमानुसार मीटिंग में चुने हुए जनप्रतिनिधि एवं महिला जनप्रतिनिधि शामिल होंगे लेकिन इस बैठक में बाहरी लोग एवं उनके परिजन बैठक में शामिल हो गए एवं हंगामा करने लग गए मैंने इस संबंध में पूर्व में आयोजित हुई बैठक में भी यह बात कही थी लेकिन इस मीटिंग में भी यह लोग आकर हंगामा करने लगे मैंने बार बार इनको मीटिंग के बाहर जाने के लिए कहा और विधायक ने भी उनको बैठक के बाहर जाने के लिए कहा लेकिन यह लोग नहीं गए। जबकि मैंने राज्य सरकार और पंचायत राज के नियम अनुसार रविवार को जिला कलेक्टर जिला पुलिस अधीक्षक एवं अन्य अधिकारियों को इस संबंध में अवगत करा दिया था एवं थाना प्रभारी से इस संबंध में कहा गया था कि पंचायत समिति की मीटिंग में आकर कानून व्यवस्था बनाए लेकिन फिर भी ऐसा नहीं किया गया जिस कारण उन्होंने मीटिंग मैं हंगामा कर दिया जिस कारण बार बार कहने के बाद भी नहीं माने तो मीटिंग को स्थगित करना पडा।अब दोबारा राज्य सरकार से अनुमति लेकर नई मीटिंग की तारीख तय करनी पड़ेगी।
इस संबंध में कार्यवाहक विकास अधिकारी सुरेश कुमार वर्मा का कहना है कि कि 10 अक्टूबर को पंचायत समिति की साधारण सभा की बैठक आयोजित थी जिसकी सूचना सभी विभागों के अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को दे दी गई थी। इस मीटिंग में नरेगा वर्ष 2022, 23 ,24 के कार्यों का अनुमोदन होना था एवं 2022,23 पूरक कार्य योजना पूर्व प्लान से वंचित होने वाले पात्र व्यक्तियों का चयन का कार्य के प्रस्ताव होने थे साथ ही मुख्यमंत्री राष्ट्रीय रोजगार योजना का अनुमोदन भी होना था लेकिन मीटिंग स्थगित होने के कारण कार्य नहीं हो सके उनका कहना है कि मीटिंग में प्रधान बार-बार यही कह रहे थे कि मीटिंग में जनप्रतिनिधि एवं महिला जनप्रतिनिधि ही भाग ले अन्य बाहरी लोग मीटिंग से बाहर चले जाएं ।जिस कारण मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे प्रधान के निर्देश पर मीटिंग को स्थगित करना पड़ा अब आगामी मीटिंग तय करके ही बताई जाएगी,
अजीतगढ़ पंचायत समिति सरपंच संघ के अध्यक्ष शंभू दयाल मीणा का कहना है कि पूर्व में आयोजित मीटिंग में भी जनप्रतिनिधियों ने मुद्दा उठाया था कि निजी फोटोग्राफर से वीडियोग्राफी नहीं कराई जाए जिस पर प्रधान व विकास अधिकारी ने जनप्रतिनिधियों को आश्वासन दिया था कि अगली मीटिंग में आपको विस्तार से इस मामले में जानकारी दे दी जाएगी लेकिन मीटिंग शुरू होते ही इस मामले में कोई जानकारी नहीं दी गई मीटिंग में कोई हंगामा नहीं किया गया साथ ही प्रधान को लगा कि आज मीटिंग में लगभग सारे प्रस्ताव पास हो जाएंगे इसलिए प्रधान ने जानबूझकर इस मीटिंग को स्थगित किया जो जनता के हित में नहीं है अगर मीटिंग होती तो विकास के अनेक प्रस्ताव पास होते एवं जनता की समस्याओं का समाधान होता।