लोहार्गल मार्ग स्तिथ गणेश मंदिर परिसर में
उदयपुरवाटी(कैलाश बबेरवाल) लोहार्गल मार्ग स्थित गणेश मंदिर परिसर में स्वर्ग का विशेष वृक्ष कहे जाने वाले कल्प वृक्ष (पारिजात) के दो पोधे एक साथ विधि विधान से सेवानिवृत थानेदार मांगू सिंह शेखावत ने लगाकर स्थान विशेष का महत्व बढ़ाया है और पोधारोपण कर हरियाली का संदेश दिया। पोधारोपण के इस कार्यकर्म में वीरेंद्र सिंह शेखावत अध्यक्ष राजपूत समाज चिराना,पवन पटेल,डॉ राजेंद्र कुमावत व मंदिर पुजारी रामकुमार आदि उपस्थित थे। इसके बारे में जानकारी देते हुए मंदिर समिति के संरक्षक डॉ राजेंद्र कुमावत ने बताया कि पुष्कर से लाकर ये पोधे धार्मिक स्थान पर लगाए गए हैं। प्रसंग में बताया जाता है कि धार्मिक स्थान पर लगाए इनके लगाए जाने से इसकी महत्वता ओर बढ़ जाती है तथा हिन्दू मान्यताओं के अनुसार यह भी माना जाता है कि इस कल्पवृक्ष के नीचे बैठकर व्यक्ति जो भी इच्छा करता है वह पूर्ण हो जाती है। मनोकामना पूर्ण करने वाला यह पेड़ पारिजात नाम से भी जाना जाता है तथा युगांतर में खत्म नहीं होता, इसकी उत्पति समुन्द्र मंथन के 14 रत्नों में से एक कल्प वृक्ष के रूप में हुई बताई। इसके पुष्पो से शिव की आराधना करने का विशेष महत्व है। इसके फूल सिर्फ रात में खिलते है ओर सुबह मुरझा जाते हैं। पूजा के लिए फूलों को तोड़ा नहीं जाता अपितु नीचे पड़े फूलों से ही काम चलाया जाता है। इतना ही नहीं यह वृक्ष अपार सकारात्मक ऊर्जा का भंडार भी होता है।