15 दिनों तक सेवा करने के बाद बुज़ुर्ग को भेजा अहमदाबाद
दांतारामगढ़ (नरेश कुमावत) कहते हैं यदि इंसान किसी असहाय व्यक्ति की सेवा करता है तू उसे मंदिर मस्जिद जाने की जरूरत नहीं पड़ती भगवान की कृपा उस पर सदैव बनी रहती है। ऐसा ही एक इंसानियत का परिचय देने वाला मामला दांता कस्बे में देखने को मिला जानकारी देते हुए दांता में रहने वाले दो भाई राजेंद्र एवं भारत सांखला ने बताया कि करीब 15 दिन पहले एक असहाय बुजुर्ग कस्बे में भटकता दिखा दो उन्होंने पहले उसको खाना खिलाया उसके बाद उन्होंने उससे उसका नाम पता पूछा तब पता चला कि वह बुजुर्ग ना तो बोल सकता है और ना ही सुन सकता है लेकिन कई प्रकार से कोशिश करने के बाद पता चला कि वह करीब 8 महीने पहले राजस्थान में देवस्थान घूमने के लिए आए थे और वहां से वह अपने परिवार से बिछड़ गया। इस बात का पता चलने पर सेवाभावी युवाओं ने इंसानियत दिखाते हुए उस बुजुर्ग को अपने पास रख लिया और उसके घर- परिवार और गांव के बारे में पता लगाने के लिए कई अधिकारियों से और कई पुलिस थानों में जानकारी दी और पता लगाने की कोशिश की कहीं पर भी इनकी कोई गुमशुदगी दर्ज हो तो उससे उनके घर का पता चल जाए लेकिन काफी प्रयास के बाद उनको इतना ही पता चल सका कि बुजुर्ग का नाम रामबाबू है और वह व्यक्ति अहमदाबाद के किसी गांव का रहने वाला है। इस पर उन्होंने अहमदाबाद अधिकारियों से बात की तो उन्होंने कहा कि आप बुजुर्ग व्यक्ति को अहमदाबाद भिजवा दें हम यहां से उसको अपने साथ लेकर इसका घर परिवार का पता लगाने का प्रयास करेंगे। 15 दिनों तक उस बुजुर्ग की सेवा करने के बाद शनिवार को बुजुर्ग को बस के द्वारा अहमदाबाद के लिए रवाना कर दिया।